मुरादाबाद मंडल में अमरोहा का गजरौला सीएचसी सबसे बेहतर, अब इसी तर्ज पर बिजनौर और मुरादाबाद के अस्पतालों की बदलेगी दशा
Amrohas Gajraula CHC is best in Moradabad division पिछले तीन सालों से लगातार कायाकल्प योजना में मंडल में पहला व दूसरा स्थान हासिल करने वाला औद्योगिक नगरी के सरकारी अस्पताल अब दूसरे अस्पतालों के लिए नजीर बन गया है। अब बिजनौर व मुरादाबाद के सीएचसी की दशा सुधारी जाएगी।
मुरादाबाद, (सौरव प्रजापति)। Amrohas Gajraula CHC is best in Moradabad division : पिछले तीन सालों से लगातार कायाकल्प योजना में मंडल में पहला व दूसरा स्थान हासिल करने वाला औद्योगिक नगरी के सरकारी अस्पताल अब दूसरे अस्पतालों के लिए नजीर बन गया है। इतना ही नहीं अब इस मॉडल के आधार पर बिजनौर व मुरादाबाद के सीएचसी की भी दशा सुधारी जाएगी। इसलिए कायाकल्प योजना के तहत स्थानीय चिकित्सा अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह दोनों जिलों के अस्पतालों की देखरेख करने के लिए नामित किया गया है।
प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत कायाकल्प योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत मुरादाबाद मंडल के अमरोहा, बिजनौर, रामपुर, सम्भल व मुरादाबाद जिलों की 40 सीएचसी प्रतिभाग करती हैं। लेकिन, पिछले तीन सालों से गजरौला सीएचसी इन सभी को पछाड़कर अव्वल स्थान पर रह रही है। स्थानीय अस्पताल ने वर्ष 2018-19 और 2019-20 में मंडल में पहला और वर्ष 20020-21 में दूसरा स्थान हासिल किया है।
दो बार एक-एक लाख रुपये का इनाम भी मिल चुका है। खास बात है कि अब स्थानीय सीएचसी के मॉडल से मुरादाबाद व बिजनौर के अस्पतालों की दशा सुधारने के लिए योजना बनाई है। इसी मकसद से यहां के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह को बिजनौर व मुरादाबाद के लिए नामित किया गया है। यह मुरादाबाद की कुंदरकी व बिजनौर के नजीबाबाद का निरीक्षण कर वहां के प्रबंधन को कायाकल्प के गुर सिखाएंगे।
21 सितंबर को फिर आएगी मंडल स्तरीय कायाकल्प की टीम : वर्ष 2021-22 के लिए कायाकल्प की योजना के तहत मंडल स्तरीय टीम 21 सितंबर को औद्योगिक नगरी के सरकारी अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए आएगी। इसके लिए अभी से ही अस्पताल में साफ-सफाई का कार्य शुरू हो गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह ने बताया कि टीम के आने की जानकारी मिली है। तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
गजरौला के चिकित्सा अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत नजीबाबाद व कुंदरकी सीएचसी के लिए नामित किया गया है। दोनों अस्पतालों को स्थानीय सीएचसी के मॉडल के हिसाब से बेहतर करना है। जल्द ही दोनों अस्पतालों का निरीक्षण किया जाएगा। 21 सितंबर को स्थानीय सीएचसी में भी मंडल स्तरीय कायाकल्प की टीम पहुंचेगी। उसके लिए भी तैयारी चल रही है।