बिना सर्जन के चल रहा था अमरोहा का आर्यन हॉस्पिटल, स्वास्थ्य विभाग ने आपरेशन थियेटर किया सील
Hospital running without surgeon in Amroha आखिरकार स्वास्थ्य विभाग की नींद टूट गई। आर्यन हास्पिटल में बिना सर्जन के संचालित आपरेशन थियेटर का पर्दाफाश किए जाने के बाद अस्पताल पहुंचे नोडल अधिकारी ने ओटी सील कर दी। इस अस्पताल में कोई सर्जन मौजूद नहीं है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Hospital running without surgeon in Amroha : आखिरकार स्वास्थ्य विभाग की नींद टूट गई। आर्यन हास्पिटल में बिना सर्जन के संचालित आपरेशन थियेटर का पर्दाफाश किए जाने के बाद अस्पताल पहुंचे नोडल अधिकारी ने ओटी सील कर दी। इस अस्पताल में कोई सर्जन मौजूद नहीं है। इससे जाहिर है कि झोलाछाप से आपरेशन कराए जा रहे हैं। सब कुछ जानने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई से बच रहा था।
जागरण टीम ने 13 अक्टूबर को दो अन्य अस्पतालों संग आर्यन हॉस्पिटल में जाकर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया था। इस दौरान तीनों अस्पतालों में आपरेशन थियेटर संचालित मिला था। सर्जन के नाम पर तीनों ने डा. एके मित्तल का नाम बताया था जबकि, डा. मित्तल ने सिर्फ एएम हास्पिटल में ही सेवाएं देने का दावा किया था। इससे साफ जाहिर था कि दो अस्पतालों में अवैध रूप से आपरेशन थियेटर संचालित था, जिनमें झोलाछाप आपरेशन कर रहे थे। खबर प्रकाशित होते ही जांच को पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा. हरिदत्त नेमी ने केबीएन हास्पिटल की ओटी सील कर दी थी जबकि आर्यन हास्पिटल को महज नोटिस देकर लौट आए थे।
कार्रवाई न किए जाने के सवाल पर कहा था कि आर्यन में आपरेशन नहीं हो रहे हैं, नोटिस का तीन दिन में जवाब मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। 11 दिन बीतने के बावजूद जब स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई नहीं की तो जागरण टीम ने सोमवार को फिर आर्यन हास्पिटल की पड़ताल की। इस दौरान अस्पताल का आपरेशन थियेटर संचालित मिला। वहीं आपरेशन के बाद यहां मरीज भी भर्ती मिले। मंगलवार को दैनिक जागरण ने आपरेशन वाले मरीजों के फोटो समेत खबर प्रकाशित की तो स्वास्थ्य महकमा बैकफुट पर आ गया। आननफानन में टीम के साथ मौके पर पहुंचे नोडल अधिकारी डा. नेमी ने आर्यन हास्पिटल की ओटी पर सील लगा दी।
अब तक हुए आपरेशन का जिम्मेदार कौन : भले ही स्वास्य विभाग ने आर्यन हास्पिटल की ओटी सील कर दी हो मगर सवाल यह उठता है कि अब तक यहां हुए आपरेशन के लिए जिम्मेदार कौन है। स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी है कि बिना पंजीकृत सर्जन से आपरेशन कराने वाले नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ एफआइआर कराए। मगर इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कुछ भी ऐसा नहीं किया है। नोडल अधिकारी का कहना है कि छानबीन के बार आगे की कार्रवाई की जाएगी।