Moradabad Panchayat Election 2021 : हसनपुर और गंगेश्वरी में ब्लाक प्रमुख चुनाव को लेकर स‍ियासी घमासान

चुनाव आयोग द्वारा अभी तक ब्लाक प्रमुख के चुनाव की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन इसके बावजूद ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर बैठने को बेताब दावेदारों ने बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में करना शुरू कर दिया है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 12:52 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 12:52 PM (IST)
Moradabad Panchayat Election 2021 : हसनपुर और गंगेश्वरी में ब्लाक प्रमुख चुनाव को लेकर स‍ियासी घमासान
बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में करना शुरू कर दिया है।

मुरादाबाद, जेएनएन। मंडल के अमरोहा के हसनपुर में कोरोना संक्रमण की तेजी को देखते हुए भले ही चुनाव आयोग द्वारा अभी तक ब्लाक प्रमुख के चुनाव की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन, इसके बावजूद ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर बैठने को बेताब दावेदारों ने बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में करना शुरू कर दिया है।

हसनपुर ब्लाक में 96 तथा गंगेश्वरी ब्लाक में 112 बीडीसी सदस्य हैं। दोनों ब्लाकों के प्रमुख की कुर्सी इस बार अनारक्षित है। गंगेश्वरी ब्लाक में विधायक महेंद्र सिंह खड़गवंशी के छोटे भाई राजेंद्र सिंह खड़गवंशी ने ताल ठोक दी है। वहीं दूसरी ओर निवर्तमान ब्लाक प्रमुख कुंतेश नागर के पति अशोक नागर भी पत्नी की सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। हसनपुर ब्लाक में पूर्व ब्लाक प्रमुख रहे स्वर्गीय योगेश गुर्जर की भाभी ममता देवी ने ताल ठोक दी है। ममता देवी भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष मुदित गुर्जर की माता हैं। बताते चलें कि मुदित गुर्जर मुख्यमंत्री के ओएसडी अभिषेक कौशिक एवं उनके भाई जिला महामंत्री अभिनव कौशिक के करीबी माने जाते हैं। हालांकि, हसनपुर ब्लाक के गांव बिजनौरा निवासी ग्राम विकास अधिकारी नेपाल सिंह की पत्नी बबीता गुर्जर भी हसनपुर ब्लाक प्रमुख के लिए भाजपा से टिकट मांग रही हैं। पार्टी से टिकट की घोषणा होने से पहले ही बीडीसी सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए खींचतान तेज हो गई है। नवनिर्वाचित बीडीसी सदस्यों के प्रमाण पत्र कब्जे में करके प्रत्याशी जीत के करीब पहुंचने का दावा कर रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा जहां जिताऊ प्रत्याशी पर दांव खेलने के लिए ब्लाकों में चल रही वोटों की उठापटक पर पैनी नजर बनाए हुए है। वहीं विपक्षी सपा एवं बसपा के नेता पर्दे के पीछे से पूरे खेल को देखकर उन्हीं के हथियार से फतह हासिल करने की फिराक में लगे हैं। चर्चा है कि नवनिर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्यों को उपहार स्वरूप प्रलोभन भी दिया जा रहा है।

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