Amroha crime : पौधारोपण में फर्जीवाड़ा, फंसे अमरोहा के सहायक उद्यान निरीक्षक

जिला उद्यान अधिकारी ने मौके पर जाकर की जांच। जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने जांच करने के निर्देश दिए थे। विभाग के 67 लाख रुपये के कामों के प्रस्ताव पर रोक लगा दी गई थी। इस मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता के साथ उठाया था।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 06:35 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 06:35 PM (IST)
Amroha crime : पौधारोपण में फर्जीवाड़ा, फंसे अमरोहा के सहायक उद्यान निरीक्षक
पौधारोपण में फर्जीवाड़ा, फंसे अमरोहा के सहायक उद्यान निरीक्षक।

अमरोहा, जेएनएन। दैनिक जागरण द्वारा जोरदार ढंग से उठाए गए उद्यान विभाग द्वारा कागजों में किए गए पौधारोपण करने के मामले में सहायक उद्यान निरीक्षक सचिन कुमार फंस गए हैं। मौके पर पहुंचकर प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार ने जांच की तो पौधे गायब मिले। कागजों में खेल सामने आने के बाद उन्होंने अपर निदेशक से सहायक निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। इसके अलावा नोडल अधिकारी से पौधारोपण व अन्य कार्यों की जांच कराने का अनुरोध किया है।ऐसे खुला फर्जीवाड़े का पूरा खेल गत अगस्त माह में प्रदेश सरकार द्वारा पौधारोपण अभियान चलाया गया था।

इसके तहत हर विभाग को पौधे रोपने का लक्ष्य सौंपा गया था। उद्यान विभाग को 70 हजार 234 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला था। विभागीय अधिकारियों ने गंगेश्वरी ब्लॉक के राजकीय प्रक्षेत्र रहरा में 10 हेक्टेयर जमीन में 25, 000 पौधे रोपना कागजों में दर्शाकर लाखों रुपए का घपला कर डाला था। इसका पर्दाफाश तब हुआ था जब उद्यान निरीक्षक त्रिभुवन सिंह का डीएचओ को पत्र लिखा था और वह लीक हो गया था। मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने जिला उद्यान अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा विभाग के 67 लाख रुपए के कामों के प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी। इस मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था।

मैंंने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की है। प्रक्षेत्र की हालत ठीक नहीं है। ऊबड़-खाबड़ स्थिति है। कुछ पौधे अंकुरित हो रहे हैं, कुछ नहीं है। सहायक उद्यान निरीक्षक सचिन कुमार के कार्यकाल में ही यह सबकुछ हुआ है। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए अपर निदेशक उद्यान से संस्तुति की गई है। एडी उद्यान ही अब मामले में कार्रवाई करेंगे। साथ ही उनसे मांग की गई है कि वह जनपद में जांच के लिए एक नोडल अधिकारी को नामित कर भेजें ताकि, और स्थिति साफ हो सके। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भी सौंप दी गई है।

सुनील कुमार, प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी

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