Assembly by-election: अमरोहा में सब्दुलपुर शुमाली के बाद इस गांव में चुनाव बहिष्कार की उठी आवाज
आजादी के 73 साल बाद भी गांव तक पक्की सड़क न होने के कारण नौगांवा सादात विधानसभा क्षेत्र के सब्दलपुर शुमाली के बाद कुड़ी वीरान गांव से भी शनिवार को उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की आवाज उठी है।
अमरोहा, जेएनएन। आजादी के 73 साल बाद भी गांव तक पक्की सड़क न होने के कारण नौगांवा सादात विधानसभा क्षेत्र के सब्दलपुर शुमाली के बाद कुड़ी वीरान गांव से भी शनिवार को उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार करने की आवाज उठी है। हालांकि मतदान का बहिष्कार करने के लिए गांव में अभी आम राय नहीं बनी है। गांव के कुछ लोगों ने प्रदर्शन कर मतदान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी। ग्रामीण वीर सिंह, सोमपाल व करन सिंह का कहना है कि हसनपुर तहसील मुख्यालय से महज दो किलोमीटर दूर स्थित गांव के लिए किसी भी दिशा से अभी तक पक्की सड़क बनी हुई नहीं है। कच्चे रास्ते में जलभराव एवं गड्ढे होने से लोग परेशान हैं।
गांव सब्दलपुर शुमाली इन दिनों नौगावां विधानसभा के उपचुनाव में मतदान बहिष्कार का एलान करने पर सुर्खियों में है। अधिकारी भी गांव की दौड़ लगा रहे हैं, लेकिन जिस मांग को लेकर गांव के लोग मतदान बहिष्कार करने की बात कह रहे हैं वो जायज भी है। क्योंकि सड़क निर्माण न होने की वजह से उन्हें छह किमी का सफर 16 किमी की दूरी में तय करना पड़ता है।हसनपुर शहर से मात्र छह किमी की दूरी पर स्थित गांव सब्दलपुर शुमाली न सिर्फ जनप्रतिधिनियों की अनदेखी का शिकार हुआ है बल्कि प्रशासन ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। अब जब ग्रामीणों ने माैका देखकर चौका मारने की मिजान से उपचुनाव में मतदान बहिष्कार का एलान किया तो सब की नींद टूट गई। इन जनप्रतिनिधियों से की गई मार्ग के निर्माण की मांग ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2012 तक सब्दलपुर शुमाली गांव सुरक्षित गंगेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में आता था। यहां के विधायक रहे तोताराम, हरपाल सिंह, राज्य मंत्री रहे जगराम सिंह तथा नौगांवा सादात में शामिल होने के बाद प्रथम विधायक अशफाक अली खां, दूसरे विधायक एवं कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान तथा सांसद चौधरी कंवर सिंह तंवर से की गई थी। लेकिन, किसी भी जनप्रतिनिधि ने ग्रामीणों के इस दर्द को समझने की जरूरत महसूस नहीं की। इसी मार्ग से हसनपुर आती थी अंग्रेजों की डाक गांव सब्दलपुर शुमाली निवासी मास्टर नन्हे सिंह बताते हैं कि यह मार्ग आजादी से पहला मार्ग है। अमरोहा से हसनपुर के लिए अंग्रेजी हुकूमत की डाक इसी मार्ग से आती थी। यह मार्ग हसनपुर बाईपास से श्रीमती सुखदेवी इंटर कालेज के पीछे होते हुए डाकखाने तक पहुंचता है। क्या बोले अधिकारी मतदान का बहिष्कार करने की जानकारी मिलने पर हमने पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं तहसीलदार के साथ गांव पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या को सुना है। मांग जायज है। आदर्श आचार संहिता हटने पर संबंधित विभाग द्वारा सड़क का निर्माण कराया जाएगा। मतदान करना हर देशवासी का अधिकार है। लोगों से अपील है कि मतदान अवश्य करें। &विजय शंकर उप जिलाधिकारी हसनपुर |