रामपुर में गोलगप्पे खाने से बीमार हो गए थे 40 बच्चे, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर की जांच
Rampur Golgappa Case 40 बालकों की हालत बिगड़ने के मामले में स्वास्थ्य विभाग कि टीम ने गांवों में पहुंचकर पड़ताल की। स्वास्थ्य विभाग को 24 मरीज मिले हैं। चार मरीजों को स्वार सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
मुरादाबाद, संवाद सूत्र। Rampur Golgappa Case : गोलगप्पे खाने से 40 बालकों की हालत बिगड़ने के मामले में स्वास्थ्य विभाग कि टीम ने गांवों में पहुंचकर पड़ताल की। स्वास्थ्य विभाग को 24 मरीज मिले हैं। चार मरीजों को स्वार सीएचसी में भर्ती कराया है, जबकि 20 मरीजों को दवा देकर घरों पर ही छोड़ दिया है।
शुक्रवार की शाम थाना मिलक खानम क्षेत्र के गांव पदमपुर, बुढ़ानपुर, सलारपुर, नवीगंज पीपली में गोलगप्पे खाने से लगभग 40 बच्चे बीमार हो गए थे। उनके स्वजनों ने उन्हें उत्तराखंड के रुद्रपुर, गदरपुर, बाजपुर के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। शनिवार को स्वार सीएचसी प्रभारी डा. इंदुकांत वर्मा ने चिकित्सक सुमित सक्सेना के नेतृत्व में टीम गठित कर इन चारों गांवों में फूड प्वाजिंग के चलते हुए बीमार मरीजों की पड़ताल कर उपचार करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग कि टीम दो 108 एंबुलेंस गाड़ियां लेकर गांवों में पहुंच गई और पड़ताल शुरू की तो इन चारों गांव के राजा, निशा, पूजा, दीपा, मनीष, सिमरन, ममता रानी, सूरज, शैज, परमजीत, आकांशा, अंकित, मंप्रीत, रंजीत, दिव्यांश, हरवंस, सीमा, गुरवंस, परमीत सिंह का गांव के झोलाछापों के यहां उपचार किया जा रहा था। टीम ने सभी 20 मरीजों को फर्स्ट डोज देकर आराम करने के लिए घरों पर ही छोड़ दिया है। जबकि चार मरीजों की हालत गंभीर देख स्वार सीएचसी में भर्ती कराया है। ग्रामीणों का कहना है कि इन गांवों में ठेला वाला गोलगप्पे बेचने आता है। गोलगप्पे खाने से बच्चों को उल्टी दस्त होने लगे थे देखते ही देखते इन गांवों में चीख पुकार मच गई थी और झोलाछाप डाक्टरों के पास पहुंचने लगे हालत में सुधार न होने पर अपने अपने बच्चों को लोग उत्तराखंड को लेकर चले गए हैं। स्वास्थ्य विभाग कि टीम ने गांव सलारपुर के प्रधान दर्शनलाल ने जानकारी की उन्होंने बताया कि इन चारों गांवों के लगभग 40 बच्चे व कुछ बड़े लोग उत्तराखंड के अस्पतालों में भर्ती हैं। जिनका उपचार किया जा रहा है। फूड प्वाजिंग के चलते लगातार गांव में मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
गोलगप्पे बेचने वाले समेत उसके घर के चार लोग हुए बीमार : ग्राम बुढ़ानपुर निवासी कुंवरपाल इन गांवों में ठेला लगाकर गोलगप्पे बेचकर परिवार का पालन पोषण करता है। गोलगप्पे बेचकर घर आया तो उसकी पत्नी सरोज रानी, बेटा अमन, बेटी अर्चना ने भी गोलगप्पे खा लिये थे। जिनकी भी हालत बिगड़ गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्वार सीएचसी में भर्ती कराया है। स्वार सीएचसी प्रभारी डां इंदुकांत वर्मा ने बताया कि फूड प्वाजिंग के चलते हालत बिगड़ी है। स्वास्थ्य विभाग कि टीम गठित कर चारों गांवों की पड़ताल कराई गई है। कुछ मरीज उत्तराखंड में बताये गए हैं। टीम को बीस मरीज मिले थे जिनका हालत समान्य है। उन्हें फस्ट डोज दे दी है। चार मरीजों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। जबकि गांवों में कोई मरीज मिलता है तो तुरंत उसका उपचार किया जायेगा।