शुगर मिल के दूषित पानी से 35 बीघे गेहूं की फसल बर्बाद
संवाद सहयोगी भोजपुर सिरसवा दोराहा टाडा रोड स्थित रानीनागल पर बनी राणा शुगर मिल ने गुरुवार रात गेहूं की खेतों में दूषित पानी छोड दिया।
संवाद सहयोगी, भोजपुर : सिरसवा दोराहा टाडा रोड स्थित रानीनागल पर बनी राणा शुगर मिल ने गुरुवार रात गेहूं के खेतों में दूषित पानी छोड़ दिया, जिससे किसानों की 35 बीघे गेहूं की फसल खराब होने लगी है। अनुमानित तीन लाख रुपये से अधिक का नुकसान किसानों का बताया जा रहा है। शुक्त्रवार सुबह जब किसान भूरा अपनी गेहूं की फसल देखने पहुंचे तो बदबूदार पानी गेहूं के खेतों में घुसा हुआ था और फसल मुरझा गई थी। गेहूं की फसल देखकर किसान अचंभित रह गया। देखते ही देखते दर्जनों किसान इकट्ठा हो गए। इसके बाद राणा शुगर मिल के गेट पर काफी देर तक प्रदर्शन किया और मुआवजे की माग की है। मिल प्रशासन ने किसानों को मुआवजे का आश्वासन देकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। प्रदूषण बोर्ड और उच्च अधिकारियों से किसानों ने समस्या का समाधान निकालने की माग की है।
भोजपुर के गाव रानी नागल, मक्खन गंज सहित दर्जनों गाव में कई हजार ग्रामीण गन्ना मिल की वजह से मुश्किल में हैं। गाव मक्खनगंज निवासी मोहम्मद सलीम का कहना है कि हवा के चलने के साथ ही गाव में असहनीय दुर्गंध आने लगती है। यह इतना खतरनाक है कि हमारी तक भूख प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा इसकी वजह से उनके परिवार के कई लोग बीमार हो गए थे। अब उनके खेतों की जमीनें बंजर हो रही है। उनके खेतों में अक्सर बहने वाले दूषित पानी के कारण फसलें मुरझा रही हैं। ग्रामीणों का दावा है कि दुर्गंध और जहरीला कचरा आता है। वर्षा काल में स्थिति और खराब हो जाती है। जैसा कि अब है। मिल से निकला कचरा उनके खेतों में बहकर आ जाता है। अगर हम ठीक से ध्यान ना दें तो हमारे मवेशी इस पानी को पी लेते हैं और बीमार हो जाते हैं। अब गाव मक्खन गंज निवासी किसान भूरा चार की बीघा, इमरान की चार बीघा, फहीम की चार बीघा, मुनाजिर की सात बीघा, करामत की पांच बीघा, जुल्फिकार की आठ बीघा, अख्तर की पांच बीघा, मोहम्मद सलीम की चार बीघा गेहूं की फसल दूषित पानी से फसल बर्बाद हो गई। शुक्रवार सुबह किसानों ने राणा शुगर मिल के गेट पर प्रदर्शन किया। मिल कर्मचारियों ने मुआवजे का आश्वासन देकर मामले को टरका दिया। किसानों ने कहा कि जल्दी अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच कर किसान प्रदर्शन करेंगे।