पांच करोड़ की नशीली दवाओं के साथ 11 गिरफ्तार, मुरादाबाद के कई मेडिकल स्टोर पर करते थे सप्लाई
intoxicating medicines in Moradabad Division मुरादाबाद मंडल के रामपुर जिले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पांच करोड़ की नशीली दवाओं के साथ पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। दवाएं बिना पर्चे के मेडिकल स्टोर संचालक बिक्री नहीं की जा सकती हैं।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। intoxicating medicines in Moradabad Division : रामपुर में चोरी छिपे नशीली दवाओं का धंधा चल रहा था, जिसका रविवार को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। पांच करोड़ की नशीली दवाओं के साथ पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुरादाबाद के दवा व्यापारी पिता-पुत्र समेत पांच लोग भी शामिल हैं। इनके द्वारा मुरादाबाद और सम्भल में भी नशीली दवाएं बेचने की जानकारी पुलिस को मिली है। आरोपित नशीली दवाओं की बिक्री मंडल के किन मेडिकल स्टोर पर करते थे, पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से मेडिकल स्टाेर संचालकों में खलबली मची हुई है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपितों को पुलिस लाइन में मीडिया के सामने लाया गया। पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि आरोपितों का पूरा गैंग है। इस गैंग में शामिल बिलासपुर के मुहल्ला शीरी मियां का सोनू कश्यप बाइक पर पेटी लादकर जा रहा था, जिसे शहजादनगर थाना क्षेत्र में दुर्गनगला रेलवे फाटक के पास वाहन चेकिंग कर रही पुलिस ने रोका। लेकिन, वह बाइक पीछे मोड़कर भागने लगा। शक होने पर पुलिस ने उसे पीछा करके दबोच लिया। उसके पास पांच पेटियों में नशे के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाएं मिलीं। इतनी बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं मिलने पर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि नशीली दवाओं की पेटियां दुर्गनगला गांव से नेशनल हाईवे की ओर जाने वाली सड़क किनारे एक खंडहर बिल्डिंग से लाई गईं हैं। इसे लेकर आरोपित बिलासपुर अपने घर जा रहा था। आरोपित ने यह भी बताया कि कुछ लोग नशीली दवाओं का धंधा करते हैं। वे अब भी बिल्डिंग में मिल सकते हैं। इस पर पुलिस उसे लेकर वहां पहुंची और बिल्डिंग से 10 लोगों को पकड़ लिया। वहां करोड़ों रुपये की नशीली दवाओं के अलावा बाइक, आई-20 कार, एक अन्य कार भी बरामद हुई। गिरफ्तार होने वालों में मुरादाबाद के मुहल्ला शिवपुरी का सतीश गुप्ता भी शामिल है। उसकी मुरादाबाद में दवा एजेंसी है। वह इसकी आड़ में नशीली दवाओं को आगरा के कोतवाली शहर फाैव्वारा चौक स्थित शशांक मेडिकल एजेंसी से मंगाता था। नशीली दवाओं के धंधे में उसके साथी लखपत व संजीव चौधरी और बेटा नमन गुप्ता भी शामिल थे। ये लोग पहले मेडिकल स्टोरों पर सेल्समैन रह चुके युवकों से संपर्क करते थे। उनके माध्यम से नशीली दवाएं बिकवा रहे थे। गैंग को पकड़ने वाली टीम का नेतृत्व कर रहे सीओ केमरी अनुज कुमार चौधरी ने बताया कि ये दवाएं बिना पर्चे के मेडिकल स्टोर संचालक बिक्री नहीं कर सकते हैं। लेकिन, यहां उन्हें बिना बिलिंग के दवाएं मिल रही थीं, जिसे ब्लैक में बेचा जा रहा