मनरेगा से मिला काम, श्रमिकों के खुशी से खिले चेहरे

50 ग्राम पंचायतों में 3026 श्रमिक शुक्रवार को काम पर डाटा फीडिग में दिखे। इस समय अवर्षण से जहां गांव में बेरोजगारी बढ़ी थी। वहीं श्रमिक बहुतायत मात्रा में पलायन करना चाहते थे लेकिन बीडीओ श्वेतांक सिंह की पहल काम आई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:55 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:55 PM (IST)
मनरेगा से मिला काम, श्रमिकों के खुशी से खिले चेहरे
मनरेगा से मिला काम, श्रमिकों के खुशी से खिले चेहरे

जागरण संवाददाता, पटेहरा (मीरजापुर) : विकास खंड क्षेत्र के 50 ग्राम पंचायतों में 3026 श्रमिक शुक्रवार को काम पर डाटा फीडिग में दिखे। इस समय अवर्षण से जहां गांव में बेरोजगारी बढ़ी थी। वहीं श्रमिक बहुतायत मात्रा में पलायन करना चाहते थे, लेकिन बीडीओ श्वेतांक सिंह की पहल काम आई।

उन्होंने गांव में नहर के सिल्ट की सफाई, बंधी निर्माण, बंधी मरम्मत, सड़क निर्माण, प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास जैसी योजनाओं में लगभग 3500 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया है। इन्हें दिहाड़ी के रूप में एक दिन की पारिश्रमिक 204 रुपये बचत खाते में सात दिन में मिल जाती है। कोरोना के तीसरी लहर तक प्रांत से बाहर जाने वाले श्रमिकों की दशा खराब हो रही थी। हालांकि अब गांव में पर्याप्त काम मिलने से रोजमर्रा के खर्चे व खेती में लगने वाली लागत के खर्चो के लिए किसी दूसरे का मोहताज नहीं होना पड़ेगा।

वर्जन

90 दिन मानव दिवस काम करने वाले श्रमिकों का पंजीकरण भी श्रम विभाग से कराया जा रहा है। इससे मनरेगा श्रमिकों को तमाम सरकारी सुविधा भी मिलेगी।

श्वेतांक सिंह, बीडीओ पटेहरा। 30 जुलाई तक गो आश्रय स्थल का हो निर्माण पूर्ण

पटेहरा कला में 1.20 करोड़ की लागत से बहु प्रतीक्षित वृहद गो आश्रय स्थल का निर्माण कराया जा रहा है। बीडीओ श्वेतांक सिंह ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता कन्हैया झा व सहायक अभियंता जितेंद्र सिंह की उपस्थिति में निरीक्षण कर हर हाल में 30 जुलाई तक काम पूर्ण कराने के लिए निर्देशित किया। बीडीओ ने बताया कि रूरल अर्बन के तहत बहु प्रतिक्षित वृहद गो आश्रय स्थल जल्द ही तैयार हो जाएगा। साथ ही बेसहारा पशुओं से क्षेत्रीय किसानों को राहत भी मिल जाएगी।

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