ग्राम संगठन बना आत्म निर्भर हो रहीं महिलाएं
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्राम संगठन बनाने के लिए समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके तहत जनपद इलाहाबाद बनारस और मीरजापुर की 70 महिलाओं को पहले चरण में प्रशिक्षित किया गया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त करके महिलाएं अपने-अपने जनपदों में ग्राम संगठन बनाने के साथ ही मजबूत करने का काम भी करेंगी।
जासं, मीरजापुर : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्राम संगठन बनाने के लिए समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके तहत जनपद इलाहाबाद, बनारस और मीरजापुर की 70 महिलाओं को पहले चरण में प्रशिक्षित किया गया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त करके महिलाएं अपने-अपने जनपदों में ग्राम संगठन बनाने के साथ ही मजबूत करने का काम भी करेंगी। एनआरएलएम के तहत समूह बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं आत्मनिर्भर बनेगी । समूह के गठन करने के दौरान महिलाओं को लगभग 15 हजार रुपये तक की आमदनी भी होती है, इससे समूह के महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत बन सकेगी।
डीसी एनआरएलएम दीन दयाल ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि कहा कि ग्राम संगठन के निर्माण के बाद ग्राम संगठन में कुशल प्रबंधन की आवश्यकता होती है । कुशल प्रबंधन के अभाव में ग्राम संगठन को नहीं चलाया जा सकता है । ग्राम संगठन के कुशल संचालन के लिए प्रशासनिक, वित्तीय व वैधानिक प्रबंधन नियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । यह जितना सशक्त होगा, ग्राम संगठन उतना ही अधिक मजबूत होगा । स्टेट एंकर परसन विजय कुमार और कुलायम्मा ने जंगीरोड स्थित एक लान में प्रशिक्षण दिया । प्रशिक्षक विजय कुमार ने कहा कि ग्राम संगठन का उत्तरदायित्व महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने में किस प्रकार से सहयोग प्रदान कर सकता है। प्रशिक्षण के दौरान समूह की महिलाओं को ग्राम संगठन के प्रशासनिक प्रणाली जैसे सदस्यता की प्राप्ति, प्रणाली, आम सभा, निदेशक मंडल की बैठक, बैठक की कार्यवाही, कार्ययोजना, रिपोर्ट, कार्यो का आकलन और अनुश्रवण के बारे में बताया गया । वर्तमान समय में जनपद में 5400 महिलाओं के समूह कार्य कर रहे है ।