स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं : डीएम

आजीविका मिशन योजना के तहत संचालित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को आर्थिक रूप से किया जा र

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 05:25 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 05:25 PM (IST)
स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं : डीएम
स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बन रहीं महिलाएं : डीएम

आजीविका मिशन योजना के तहत संचालित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को आर्थिक रूप से किया जा रहा है सु²ढ़

- संस्थागत वित्तीय स्त्रोत तक जनसामान्य की बढ़ रही पहुंच

- बैंकर्स संचेतना व बीसी सखी उन्नमुखीकरण कार्यशाला में प्रशिक्षित हुई महिलाएं

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : लालडिग्गी स्थित लायंस स्कूल में दीनदयाल अंत्योदय योजना उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत बैंकर्स संचेतना एवं बीसी सखी उन्नमुखीकरण कार्यशाला शनिवार को आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार और सीडीओ अविनाश सिंह ने संयुक्त रूप से किया। डीएम ने कहा कि समूह से जुड़ी महिलाओं को रोजगार मिलने से स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत संचालित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को आर्थिक रूप से सु²ढ़ किया जा रहा है। इससे उनमें उद्यमिता का विकास करने के लिए आवश्यक है कि उनके पास पर्याप्त पूंजी उपलब्ध हो तथा ऋण प्राप्त करने का स्त्रोत सुरक्षित एवं सस्ता हो। संस्थागत वित्तीय स्त्रोत तक सामान्य जनमानस की पहुंच हो।

मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों तक समूह के माध्यम से सुगम ,सस्ता एवं सुरक्षित ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है परन्तु समूह के सदस्यों के निरन्तर पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें बैंक से जोड़ने का कार्य करते हुए मुख्य धारा के वित्तीय स्त्रोत तक पहुंच बनाई जाती है, जिसके लिए समूह के मध्यम से पहले उनमें ऋण अनुशासन एवं वित्तीय शाख विकसित की जाती है। पारदर्शिता दिखाते हुए सीधे लाभार्थी के खाते में धनराशि हस्तांतरित की जा रही है। धन निकासी एवं हस्तांतरण के कार्य को सुगम बनाने के उद्देश्य से सीमित बैंकिग सेवाओं के साथ प्रत्येक ग्राम पंचायत में बीसी सखी का पुलिस सत्यापन के बाद ही पदस्थापित करते हुए कार्य कराया जा रहा है। डीसी एनआरएमएल डा. घनश्याम प्रसाद ने बताया कि एक जीपी एक बीसी जनपद में आजीविका मिशन द्वारा पोषित समूहों के सदस्यों में से 807 बी सी सखियों का चयन किया गया है, जिन्हें ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। जनपद में अभी तक कुल 6 बैच में 193 बीसी सखियों द्वारा सफलतापूर्वक प्रशिक्षण उपरांत परीक्षा उत्तीर्ण करते हुए प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया गया है। एलडीएम कुमार अजय ने बताया कि समूह सदस्यों के ऋण की जरूरतों को पूरा करने के लिए मेगा क्रेडिट कैंप के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2020-21 में 821 समूहों कों स्वीकृत कराते हुए ऋण उपलब्ध कराया गया। महिला सशक्तीकरण की दशा में महिलाएं रोजगार से जुड़कर आर्थिक स्थिति में सुधार कर रही है।

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