ट्रेन पहुंचते ही तीन माह से फंसे महिला, बच्चों की नम हुई आंखें

तीन महिने पूर्व भतीजी की शादी में मध्यप्रदेश से पहुंचा परिवार लॉकडाउन के चलते मांडा के भारतगंज में लॉकडाउन के चलते फंस गया था। घर जाने के लिए परेशान रहते थे लेकिन कोई रास्ता नहीं मिल रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 06:01 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 09:36 PM (IST)
ट्रेन पहुंचते ही तीन माह से फंसे  महिला, बच्चों की नम हुई आंखें
ट्रेन पहुंचते ही तीन माह से फंसे महिला, बच्चों की नम हुई आंखें

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : तीन महीने पूर्व भतीजी की शादी में मध्यप्रदेश से पहुंचा परिवार लॉकडाउन के चलते मांडा के भारतगंज में फंस गया था। घर जाने के लिए परेशान रहते थे लेकिन कोई रास्ता नहीं मिल रहा था। इसी बीच रेलवे द्वारा ट्रेन चलाने की जानकारी होते ही परिवार के मन में एक आस जगी कि अब वे जल्द ही घर पहुंच जाएंगे। इसके बाद आनलाइन टिकट बुक कराया और मंगलवार को जब बच्चों संग महिलाएं और बच्चे स्टेशन पहुंचे तो सभी के चेहरे पर खुशी झलक पड़ी। दोपहर में जब महानगरी एक्सप्रेस ट्रेन स्टेशन पर आई तो परिजनों से मिलने की आस में उनकी आंखें नम हो गईं।

मध्यप्रदेश के नेपानगर खंडवा भरान निवासी आशियाबी अपने पुत्र अनस अली, पुत्री सानिया, भाभी आसमां बेगम व ननद के साथ मांडा के भारतगंज स्थित अपने मायका भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए 21 मार्च को आई थी। आशियाबी ने बताया कि दूसरे दिन शादी थी और 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया। जिसके चलते घर नहीं जा पाए और घर से बार-बार फोन आता रहा है लेकिन क्या करते जब ट्रेन ही नहीं चल रही थी। जिसके कारण बच्चे घर जाने के लिए परेशान थे। कई बार प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नजर नहीं आया तभी टीवी में रेलवे द्वारा दो सौ ट्रेन विभिन्न स्टेशनों के चलाएंगी, यह सुन बच्चों ने बताई और घर वालों ने आनलाइन टिकट बुकिग करा दिया और मोबाइल पर भेज दिया। इसके बाद मंगलवार के दिन का इंतजार सताने लगा कि कब आएगा और जब आज बारी आई तो मन में एक अलग सी खुशी जगी बच्चे भोर में ही उठ गए और बोले अम्मी चलो जल्दी नहीं तो ट्रेन निकल जाएगा। बस क्या था मांडा से एक वाहन बुक किया और मीरजापुर स्टेशन पर आ गए लेकिन जब तक ट्रेन नहीं आई तब तक बच्चे ट्रेन आने राह देखते रहे कि कब आएगा ट्रेन।

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