प्रधानमंत्री से विध्यवासियों को भी बंधी आस

जागरण संवाददाता मीरजापुर श्रीकाशी विश्वनाथ की तर्ज पर विश्व प्रसिद्ध विध्यवासिनी मंदिर के विका

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Nov 2020 10:51 PM (IST) Updated:Sun, 08 Nov 2020 10:51 PM (IST)
प्रधानमंत्री से विध्यवासियों को भी बंधी आस
प्रधानमंत्री से विध्यवासियों को भी बंधी आस

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : श्रीकाशी विश्वनाथ की तर्ज पर विश्व प्रसिद्ध विध्यवासिनी मंदिर के विकास के लिए विध्य कारिडोर बनाने की योजना के मूर्तरूप लेने को लेकर विध्यवासी काफी उत्साहित हैं। साथ ही लोकार्पण की बांट जोह रहे विध्याचल के अष्टभुजा पहाड़ी पर बने पूर्वांचल के पहले रोप-वे के संचालन की भी लोगों में आस है। सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विध्य कारिडोर की विध्य क्षेत्र ही नहीं पूरे प्रदेश भर में चर्चा हो रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ नवंबर को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए वाराणसी में 30 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे। ऐसे में विध्यवासी भी प्रधानमंत्री से कुछ न कुछ आस लगाए बैठे हैं क्योंकि लगभग हर जिले में प्रधानमंत्री की निगरानी में कुछ न कुछ छोटे-बड़े रचनात्मक निर्माण चल रहे हैं। कुछ तैयार हैं तो कुछ तैयारी के अंतिम दौर मे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ की तर्ज पर विध्यवासिनी मंदिर के विकास के लिए विध्य कारिडोर योजना को प्रदेश सरकार की मंजूरी मिल जाने के बाद इसके मूर्तरूप लेने की आस लोगों में जग गई है। जनपदवासियों ने उम्मीद जताई कि शायद प्रधानमंत्री की निगाह विध्यक्षेत्र पर पड़े और श्रीकाशी विश्वनाथ की तर्ज पर रिकार्ड समय में विध्य कारिडोर का भी निर्माण हो सके। यही नहीं विध्य पर्वत पर बना पूर्वांचल का पहला रोप-वे भी लोकार्पण के इंतजार में बंद पड़ा हुआ है। माना जा रहा था कि शारदीय नवरात्र के समय मुख्यमंत्री इसका लोकार्पण करेंगे लेकिन ऐसा न होने पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं की रोप-वे की सवारी करने की हसरत अधूरी रह गई थी। विध्यवासिनी मंदिर परिक्षेत्र के विकास पर 331 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

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