विध्यवासिनी धाम के दानपात्रों से पहली बार निकलीं विदेशी मुद्राएं

जागरण संवाददाता मीरजापुर मां विध्यवासिनी मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं की भी अपार श्रद्धा व आस्थ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:54 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:54 PM (IST)
विध्यवासिनी धाम के दानपात्रों से पहली बार निकलीं विदेशी मुद्राएं
विध्यवासिनी धाम के दानपात्रों से पहली बार निकलीं विदेशी मुद्राएं

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मां विध्यवासिनी मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं की भी अपार श्रद्धा व आस्था है। यह हम नहीं कह रहे हैं, इसका प्रमाण दानपेटी से निकली विदेशी मुद्राएं हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट विध्य कारिडोर विश्व पटल पर सुर्खियां बटोर रहा है। विश्व प्रसिद्ध मां विध्यवासिनी धाम मुस्लिम देशों में बसे लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना है। विध्यवासिनी मंदिर के दानपात्रों की गिनती में सऊदी अरब, दुबई, बांग्लादेश, कुवैत, ओमान, कतर, वाशिगटन और नेपाल की मुद्रा पहली बार प्राप्त हुई है। विध्यवासिनी मंदिर पर चढ़ावा के लिए छह दान पात्र लगाए गए हैं। वहीं अष्टभुजा व कालीखोह मंदिर पर एक-एक दानपात्र हैं। विध्याचल स्थित प्रशासनिक भवन पर नौ व 10 सितंबर दो दिनों तक इन दानपात्रों के रुपयों की गिनती की गई। दानपात्रों के रुपयों की गिनती राजस्व विभाग की टीम की निगरानी में की गई थी। आठ दानपात्रों से कुल 31 लाख 96 हजार 492 रुपये निकला था। इसमें नेपाल 3785, डालर वाशिगटन (यूएस) 175, मलेशिया छह, बांग्लादेश 205, रूसी मस्कोवा 100, कुवैत 2 1/4 दिनार, सऊदी अरब का 65 रियाल, ओमान 300 1/2 रियाल, कतर छह रियाल, दुबई 10 दिरहम भी निकला। इसके अलावा सौ अज्ञात मुद्रा भी मिले। दानपात्र से 47 हजार 500 भारतीय पुरानी करेंसी भी मिली। इसमें एक हजार रुपये के 14 व 500 के 67 नोट थे। वर्जन

पहली बार मंदिर के दानपात्रों से विदेशी मुद्राएं मिलीं हैं। गिनती के बाद विदेशी मुद्रा मिलने की जानकारी विध्य विकास परिषद के अध्यक्ष जिलाधिकारी को दी गई है। विदेशी मुद्राओं को सुरक्षित रखा गया है। इसे वाराणसी स्थित बैंक में विदेशी मुद्रा को एक्सचेंज कराकर उतनी धनराशि ली जाएगी।

- सुनील कुमार, तहसीलदार सदर क्षेत्र

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