घायल को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेंगे दो हजार रुपये

जनपद में यातायात के दौरान होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पाट को चिन्हित किया गया है। इन सभी स्थानों पर पीडब्ल्यूडी की ओर से संकेतक लगाने का काम किया जाएगा। साथ ही जिले के 25 दुर्घटना बाहुल्य इलाकों में भी जागरुकता बोर्ड लगाए जाएंगे। मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुई सड़क सुरक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया। साथ ही शहरी क्षेत्र में गति सीमा भी तय की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 09:45 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 06:03 AM (IST)
घायल को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेंगे दो हजार रुपये
घायल को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेंगे दो हजार रुपये

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में यातायात के दौरान होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पाट को चिन्हित किया गया है। इन सभी स्थानों पर पीडब्ल्यूडी की ओर से संकेतक लगाने का काम किया जाएगा। साथ ही जिले के 25 दुर्घटना बाहुल्य इलाकों में भी जागरुकता बोर्ड लगाए जाएंगे। मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुई सड़क सुरक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया। साथ ही शहरी क्षेत्र में गति सीमा भी तय की जाएगी।

जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूली वाहनों के चालकों के लाइसेंस का नियामनसुार सत्यापन किया जाए। उनके चरित्र के बारे में भी सत्यापन थाने द्वारा कराया जाए। एआरटीओ ने डीएम को बताया कि सड़क पर हुई दुर्घटना में घायल व्यक्ति को किसी के द्वारा अस्पताल पहुंचाया जाता है उसे दो हजार रुपया मुख्य चिकित्साधिकारी की संस्तुति पर दिए जाने का प्रावधान है। बताया कि सहायता करने वाले व्यक्ति से पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए परेशान भी नहीं किया जाएगा। दुर्घटना स्थल के नजदीक किसी भी अस्पताल में ले जाने पर अस्पताल प्रशासन द्वारा प्राथमिक उपचार से मना नहीं किया जा सकता। बैठक में अधिक दुर्घटना वाले स्थलों को ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हित कर नियमानुसार बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने दोपहिया वाहन चालकों से हेलमेट लगाकर तथा चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाने की अपील की। डीएम ने कहा कि दुर्घटना में मृत व्यक्तियों को मुआवजे के लिए तहसील से जारी होने वाली सत्यापन रिपोर्ट संबंधित एसडीएम द्वारा समय से भिजवाने के लिए निर्देशित किया गया। भारी वाहनों की ओवरलोडिग के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिए। कहा कि नशे में वाहन चलाने वाले वाहन चालक के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए उनके लाइसेंस को निलंबित किया जाए। बैठक में एडीएम यूपी सिंह, नगर मजिस्ट्रेट जगदंबा सिंह, एसडीएम सदर गौरव श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार, शिव प्रसाद, विमल दूबे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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