हलिया पहुंची सीबीआइ टीम, तीन श्रमिकों के दर्ज किए बयान

मनरेगा घोटाले की जांच को दो सदस्यीय टीम बुधवार को अचानक हलिया पहुंची। टीम ने मटिखना गांव में जाकर तीन श्रमिकों के बयान दर्ज किए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:40 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 06:40 PM (IST)
हलिया पहुंची सीबीआइ टीम, तीन श्रमिकों के दर्ज किए बयान
हलिया पहुंची सीबीआइ टीम, तीन श्रमिकों के दर्ज किए बयान

जागरण संवाददाता, हलिया (मीरजापुर) : मनरेगा घोटाले की जांच को दो सदस्यीय टीम बुधवार को अचानक हलिया पहुंची। टीम ने मटिखना गांव में जाकर तीन श्रमिकों के बयान दर्ज किए। इसके बाद ब्लाक पर मनरेगा संबंधी कागजातों की गहन जांच की और कागजात तैयार करने वाले कर्मचारी का भी बयान दर्ज किया।

हलिया के ग्राम पंचायत लौहरौव के मटिखना गांव में बुधवार को सीबीआइ के नीरज वर्मा और संतोष यादव की दो सदस्यीय टीम पहुंची। टीम वर्ष 2007 से 2010 तक मनरेगा योजना के तहत क्षेत्र पंचायत के मद से कराए गए कार्यो की जांच कर रही है। तीन किमी लंबी प्राथमिक विद्यालय दिघुली से कोटा संपर्क मार्ग में कार्य कर चुके श्रमिक जगन्नाथ, रन्नो, सोनिया का सीबीआइ टीम ने बयान दर्ज किया। तीनों श्रमिकों ने कार्य नहीं करने की बात बताई। वहीं श्रमिक पप्पू धान की रोपाई के लिए गया था, जिस पर सीबीआइ ने पप्पू के बयान के लिए रोजगार सेवक राजेश कुमार के साथ ब्लाक मुख्यालय पर गुरुवार को दस बजे बुलाया है। इसके बाद सीबीआइ टीम ब्लाक मुख्यालय पर पहुंचकर कार्यों का अभिलेख तैयार करने वाले नारायण सोनी का बयान दर्ज किया। बीडीओ राकेश शुक्ला से भी जानकारी ली। ब्लाक पर करीब दो घंटे तक ब्लाक मुख्यालय पर रहकर अभिलेखों का निरीक्षण किया। इससे पहले भी सीबीआइ मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों का बयान दर्ज करने के साथ ही कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर चुकी है। मीरजापुर के हलिया में वर्ष 2007 से 2010 के बीच मनरेगा योजना में हुए पौने चार करोड़ रुपये के कार्यों का उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआइ जांच कर रही है। वरिष्ठ लिपिक शिवानंद यादव, रोजगार सेवक अनिल तिवारी, राजेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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