साइबर अपराध से बचने के लिए होना होगा जागरूक

श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज सभागार में शुक्रवार को साइबर अपराध विषयक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान दौर में साइबर अपराध समाज को चुनौती दे रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:46 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:46 PM (IST)
साइबर अपराध से बचने के लिए होना होगा जागरूक
साइबर अपराध से बचने के लिए होना होगा जागरूक

जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज सभागार में शुक्रवार को साइबर अपराध विषयक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान दौर में साइबर अपराध समाज को चुनौती दे रही है। इसे जागरूकता से सुरक्षित किया जा सकता है। हालांकि साइबर कानून अपराध रोकने के लिए बनाया गया है।

पीजी कालेज के अंग्रेजी विभाग के डा. शिवधर सिंह ने कहा कि इंटरनेट दुनिया का अपराध साइबर धीरे-धीरे समाज में बढ़ रहा है। यह अपराध एक प्रकार की अज्ञानता का कारण भी है। ऐसे साइबर अपराध से सुरक्षित रहने के लिए अनजान काल और किसी भी प्रकार की जानकारी मोबाइल पर देने की जरूरत नहीं है। डा. चंद्रशेखर यादव ने कहा कि साइबर क्राइम से सुरक्षित रहने के लिए जागरूक होना पड़ेगा और इससे संबंधित तकनीकी जानकारी सामान्यतया रखनी पड़ेगी।

हिदी विभाग की डा. सारिका मिश्रा ने कहा कि तकनीकी रूप से हम इंटरनेट का जहां लाभ ले रहे हैं। वहीं उसके साइड इफेक्ट अपराध जैसी घटनाएं भी नुकसानदायक हैं। प्रभारी प्राचार्य डा. अभय चंद्रा ने कहा कि समय बदल रहा है, इंटरनेट का दौर चल रहा है। इंटरनेट से विभिन्न गतिविधियां समाज की आगे बढ़ रही हैं। इसके डिजिटल फायदे लोगों को मिल रहे हैं, वहीं अपराध भी साइबर के आए दिन घटित हो रहे हैं। ऐसे अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता महत्वपूर्ण है। इस मौके पर समाजशास्त्र विभाग के डा सुजीत सिंह, डा. रवि भूषण सिंह, डा. शिवमंगल सिंह, डा. मोनिका पाठक, डा. राजेश यादव, सुशील दुबे, बाल कृष्ण मौर्य, सुरेंद्र पटेल आदि रहे।

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