तकनीकी खामियों के चलते रूकी तीसरी किस्त, किसान परेशान
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना तकनीकी खामियों की भेंट चढ़ रही है तो वहीं किसान तीसरी किस्त खाते में नहीं पहुंचने से परेशान हैं। इलाहाबाद ग्रामीण बैंक को सरकार द्वारा आर्यवर्त बैंक में मर्ज कर दिया गया है जिसके बाद से ही जनपद के हजारों किसानों का खाता व नाम मिस मैच हो गया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना तकनीकी खामियों की भेंट चढ़ रही है तो वहीं किसान तीसरी किस्त खाते में नहीं पहुंचने से परेशान हैं। इलाहाबाद ग्रामीण बैंक को सरकार द्वारा आर्यवर्त बैंक में मर्ज कर दिया गया है, जिसके बाद से ही जनपद के हजारों किसानों का खाता व नाम मिस मैच हो गया है। हांलाकि कृषि विभाग किसानों के खातों में आई तकनीकी खामियों को दूर करने में जुटा हुआ है लेकिन फिर भी अचानक आई समस्या को दूर करने में थोड़ा समय तो लगेगा ही।
कृषि विभाग द्वारा इस समस्या के निदान के लिए किसानों को सुविधा देते हुए थोड़ी राहत प्रदान की है। वर्तमान समय में किसान किसी भी सहज जन सेवा केंद्र पर जाकर खाता संख्या, नाम व आधार संख्या को दुरुस्त करा सकते है। इसके लिए उप निदेशक कृषि डा. अशोक कुमार उपाध्याय द्वारा पिपराडाड़ स्थित कृषि भवन में अथवा राजकीय कृषि बीज भंडार पर संशोधन कराने की व्यवस्था की गई है। बीते दिनों केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का दायरा बढ़ा दिया है। योजना के तहत पहले चरण में दो लाख 34 हजार 371 किसानों के खाते में पहली, दूसरे चरण में दो लाख 20 हजार 139 किसानों के खाते में दूसरी और वर्तमान समय में तीसरे चरण में अभी तक एक लाख 96 हजार 977 किसानों के खाते में तीसरी किस्त पहुंच चुकी है। ------
इनको मिल रहा योजना का लाभ
बीते 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योजना की शुरुआत की गई तो इस योजना का लाभ सिर्फ लगभग एक लाख 81 हजार किसानों को मिला। योजना के लिए किसान के पास 2 हेक्टेयर यानी 5 एकड़ तक जमीन होने की शर्त थी, लेकिन सरकार ने किसानों के हितों को देखते हुए इस शर्त को हटा दिया है। उप निदेशक कृषि, विध्याचल मंडल डा. अशोक उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद में तहसील सदर में 95470, चुनार में 110042, लालगंज में 71961, मड़िहान में 46596 किसान पंजीकृत हैं। जिसमें से तहसीलवार लघु सीमांत किसानों में सदर में 92665, चुनार में 95123, लालगंज में 60144 तथा मड़िहान क्षेत्र में 39609 किसान पंजीकृत हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को आनलाइन पंजीयन कराना होगा।
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क्या कहते हैं किसान
- किसान जीतनरायन मिश्र खनवर दुबार कहते है कि किसान सम्मान निधि से सोचा गया था कि सरकार की सुविधा से घरेलू खर्च व खेती बारी में समय समय पर सहयोग मिलेगा कितु दो ़िकस्त मिलने के बाद बंद हो गया।
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पटेहरा कला के रंजीत बहादुर यादव कहते है कि दो-दो बार फार्म तहसील पर आनलाइन कराया गया लेकिन आज तक एक भी किस्त नहीं मिल सकी है।
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गोहिया के छोटलाल कहते है कि आज समूचा दिन कागज चेक कराने में बीत गया। ब्लाक पर किसानों की समस्या को कोई सुनने वाला नहीं है। इलाहाबाद ग्रामीण बैंक से आर्यावर्त बैंक में खाता मर्ज हुआ है। इसके चलते किसानों के खाते में तीसरी किस्त नहीं जा पा रही है।
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सिरसी के रामानंद कहते है कि दो ़िकस्त किसान सम्मान निधि का खाते में आया था, इसके बाद नहीं आया है। जरूरत पड़ने पर आशा के साथ कई बार बैंक का चक्कर लगाया अब मायूश हो गया हूं ।
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बनकी के बबलू अली कहते है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए तीन बार रजिस्ट्रेशन कराया, फिर भी धनराशि खाते में नहीं आई है। गांव के कुछ लोगो को दो ़िकस्त मिल कर रुक गयी है ।
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किसानों के खाते में पहुंची किस्त
पहली किस्त - 234371
दूसरी किस्त - 220139
तीसरी किस्त - 196977