एनएच व स्टेट हाइवे किनारे हरे पेड़ों की मिलेगी छांव
प्रदेश के एनएच एवं स्टेट हाइवे के किनारे औषधियुक्त पौधे लगाए ज
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रदेश के एनएच एवं स्टेट हाइवे के किनारे औषधियुक्त पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है। सबसे पहले नेशनल हाइवे पर ये पेड़ लगाए जाएंगे। इसमें इमली, आम, महुआ, पीपल, बरगद, सीशम, लिप्टस, बेल, आंवला आदि प्रजाति के पेड़ शामिल होंगे। ताकि इन पेड़ों से हर साल पैदा होने वाले फल के जरिए विभाग को राजस्व भी मिलता रहे।
सड़क चौड़ी करते समय जनपद से औराई, वाराणसी, सोनभद्र, रीवां तथा प्रयागराज मार्ग सहित प्रदेश के अन्य जिले की सड़कों के किनारे लगे लगभग दो लाख पेड़ों की कटाई कर दी गई थी। इससे पर्यावरण पर प्रभाव पड़ रहा है। राहगीरों को गर्मी के दिनों में सड़कों के किनारे छाया नहीं मिल पा रही थी। कहा गया कि सड़क किनारे पेड़ न रहने से पैदल चलने वाले राहगीरों को बीच रास्ते में कहीं पर छांव न मिलने पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसको देखते हुए शासन ने इन सड़क किनारे पौधारोपण कराने का निर्णय लिया। लोक निर्माण विभाग व वन विभाग की टीम द्वारा चौड़ीकरण के दौरान काटे गए पेड़ों का आंकड़ा भी जुटाया जा रहा है। देखा जा रहा है कि किस रूट पर कौन-कौन से औषधि के पेड़ लगे थे। इन पेड़ों से विभागों को कितना राजस्व मिला है। ये सब आंकड़ा जुटाने के बाद पौधा लगाने की कवायद शुरू की जाएगी जिससे सड़कों के किनारे हरियाली बनी रहे। मीरजापुर में लगभग एक लाख, प्रयागराज में 50 हजार, भदोही में एक लाख आदि स्थानों पर भी पौधे लगाए जाएंगे। वर्जन सड़क किनारे हरियाली लाने के लिए औषधि युक्त पौधे लगाए जाएंगे। पौधारोपण के लिए स्थानों का सर्वे किया जा रहा है।
संजीव कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी ।