नहीं होगी पेयजल किल्लत टैंकर से जलापूर्ति तैयारी
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के साथ ही जिला प्रशासन गर्मी में पेयजल किल्लत को भी दूर करने में जुट गया है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विध्य क्षेत्र में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए खाका खींचा गया है। जनपद के
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के साथ ही जिला प्रशासन गर्मी में पेयजल किल्लत को भी दूर करने में जुट गया है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विध्य क्षेत्र में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए खाका खींचा गया है। जनपद के 809 ग्राम पंचायतों में से पेयजल किल्लत खासकर पहाड़ी वाले गांवों में टैंकरों से जलापूर्ति की तैयारी चल रही है। सभी ग्राम पंचायतों को पानी के टैंकरों के साथ ही हैंडपंप को भी दुरुस्त करने की हिदायत सीडीओ ने दिया है। हैंडपंप खराब होने की दशा में तुरंत मरम्मत के लिए सीडीओ द्वारा सभी ब्लाकों में तीन-तीन दुकानों से हैंडपंप सामग्री के बिक्री के लिए दुकाने निर्धारित किया है, जिससे हैंडपंप खराब होने पर जनमानस को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
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जल स्तर बढ़ने से मिलेगी राहत
जनपद में बीते दिनों अच्छी बारिश से जल स्तर काफी बढ़ा है। जनपद स्तर पर पोस्ट मानसून 2018 के सापेक्ष 2019 में औसत भूजल स्तर में 1.32 मीटर की वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री के जल संरक्षण अभियान के तहत बीते 22 जून को जनपद के 809 गांवों में विशेष अभियान चलाया गया था। तालाब और पोखरों की गहरीकरण के कारण विध्य क्षेत्र के जल स्तर में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। सीनियर जियोफिजिस्ट अनुपम श्रीवास्तव के अनुसार वर्ष 2019 में प्री मानसून 140.41 लगभग 11.70 मीटर था, जबकि पोस्ट मानसून में जल स्तर 81.92 अर्थात 6.83 मीटर दर्ज किया गया है। अवर अभियंता विक्रांत सिंह के अनुसार जनपद स्तर पर प्री मानसून 2018 के सापेक्ष 2019 में औसत भूजल स्तर में 0.14 मीटर की गिरावट आई थी, लेकिन जनपद में हुई अच्छी बारिश ने जल स्तर को सुधार दिया।