लगन से खींची लकीर, मिला मिशन शक्ति का ताज
जागरण संवाददाता मीरजापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछवां में तैनात ईएनटी सर्जन डा. दीप्ति प
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछवां में तैनात ईएनटी सर्जन डा. दीप्ति पांडेय ने अपने मेहनत और लगन से कामयाबी की ऐसी लकीर खींची कि सरकार को उनको मिशन शक्ति का ताज पहनाना पड़ा। डा. दीप्ति को शनिवार के दिन लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। यह सम्मान उनको चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों में सक्रिय योगदान के लिए मिला है।
वाराणसी के सुंदरपुर निवासी डा. दीप्ति पांडेय ने गुजरात के अहमदाबाद से मेडिकल की बढ़ाई की है। वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन भी किया। इसके बाद चिकित्सा सेवा में आ गई। वे तीन साल तक बीएचयू में सीनियर रेजीडेंट के पद पर तैनात रही। वर्ष 2020 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछवां में ईएनटी सर्जन के पद तैनात हुई। जब तक ओपीडी चली, तब तक वे अस्पताल में मरीजों को देखती रहीं। इसके बाद कोविड का संक्रमण फैल गया। इससे ओपीडी बंद कर दिया गया तो गांव-गांव जाकर लोगों को कोरोना से बचने के लिए उपाय बताती रहीं। इसके साथ ही फोन पर भी लोगों को इलाज के बारे में बताया। घर-घर जाकर डा. दीप्ति ने लोगों को मास्क पहनने और हाथ धोने के तरीके बताए। कछवां में जिस समय कोरोना चरम पर था, उस समय भी वे बाहर निकलकर लोगों को जागरूक करती रहीं। हालांकि इस दौरान उनको कई लोगों के गुस्से का सामना भी करना पड़ा, लेकिन वे हिम्मत नहीं हारी और अपने कार्य में जुटी रहीं। यही कारण रहा कि उनको एक दिन सफलता मिली। लोग जागरूक हुए और उनकी बातों को मानने लगे। यही नहीं, कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करते हुए उनका इलाज किया। मेडिकल बोर्ड में होने पर जागरूक करने के सुझाव दिए। उनका मिशन है कि सरकार की ओर से जो भी स्वास्थ्य चिकित्सा के क्षेत्र में योजनाएं चलाई जा रही हैं, उसका लाभ मरीजों को मिले। उन लोगों की भी जिम्मेदारी है जो इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं कि वे लोगों की मदद करें जिससे किसी को परेशानी न हो।