जयकारे संग निकली हिडोला माई की झांकी

फूलों व चुनरी से सजी बग्घी पर माता शीतला की तस्वीर और उसके

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:30 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:30 PM (IST)
जयकारे संग निकली हिडोला माई की झांकी
जयकारे संग निकली हिडोला माई की झांकी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : फूलों व चुनरी से सजी बग्घी पर माता शीतला की तस्वीर और उसके साथ महिमा गाते स्त्री-पुरुष। भक्तों की भीड़ में क्या नौजवान, क्या बूढ़े सबकी आंखों में असीम श्रद्धा और हाथों में ध्वज व फरहरा। शहर के विभिन्न इलाकों से होती हुई हिडोला माता की झांकी कसरहट्टी स्थित बड़ी माता मंदिर पर पहुंची। इसके बाद वहां से मां हिडोला के भक्त नंगे पांव ही झांकी लेकर कड़े धाम मां शीतला के दर्शन-पूजन के लिए निकल पड़े। शीतला माता की जयकार के साथ कोरोना बीमारी दूर हो की कामना जा रही थी। लोग घरों से निकलकर प्रसाद चढ़ाए और दूर से ही शीतला माता की भव्य प्रतिमा को प्रणाम किए।

हिडोला माता की यात्रा के दौरान जगह-जगह श्रद्धालु झांकी की विधि-विधान पूर्वक पूजन-अर्चन व आरती कर रहे थे। मां हिडोला की सजावट बेला के फूलों सहित चुनरी आदि से किया गया था। मां के भव्य रूप का दर्शन पाकर श्रद्धालु निहाल हो उठे। मां के जयकारे से पूरा नगर देवीमय हो गया। नगर के बड़ी माता, छोटी माता किशुन प्रसाद की गली, घंटाघर सहित विभिन्न मुहल्लों से गाजे-बाजे के साथ मां की यात्रा निकली। इसमें बड़ी संख्या में नर-नारी, बालिकाएं व बच्चे भी शामिल हुए।

नगर के प्रमुख मार्गों से हिडोला मां की यात्रा निकाली गई। मां की यात्रा को देर शाम तक नगर में भ्रमण कराया गया। इसके बाद श्रद्धालु मां हिडोला के साथ प्रयागराज के कड़े धाम के लिए रवाना हुए। हिडोला माता के साथ महिलाएं भजन-कीर्तन करते और हाथ के पंखे को डोलाती चल रही थीं। मां की यात्रा के दौरान कतार में खड़ी हिडोला मां की मनोहारी झांकियां एक अलौकिक छटा बिखेर रही थी। मान्यता है कि मानिकपुर स्थित मां शीतला के प्रतीक चिन्ह हिडोला को लेकर भक्त पैदल निकलते हैं। भक्त हिडोला को मां शीतला के चरणों में समर्पित करते हैं। मनौती पूरा होने पर हिडोला को पैदल ही जाने पर मां शीतला अति प्रसन्न होती हैं।

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