जाम की समस्या से कराह रहा शहर
शहर में जाम की समस्या गंभीर बनती जा रही है। पूरे शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। कलेक्ट्रेट रोड कचहरी रोड अस्पताल रोड वासलीगंज घंटाघर त्रिमोहानी मुकेरी बाजार में जाम की समस्या से लोग फजीहत झेल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : शहर में जाम की समस्या गंभीर बनती जा रही है। पूरे शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। कलेक्ट्रेट रोड, कचहरी रोड, अस्पताल रोड, वासलीगंज, घंटाघर, त्रिमोहानी, मुकेरी बाजार में जाम की समस्या से लोग फजीहत झेल रहे हैं।
वन वे ट्रैफिक सिस्टम लागू होने के बाद भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। शहर में रोज सैकड़ों लोग इसी तरह की परेशानी से जूझते हैं। वजह यह है कि शहर में पार्किंग के लिए कोई जगह नहीं है। व्यवस्था से जुड़े लोगों को इनकी परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है और अतिक्रमण करने वाले दुकानदार आदत से लाचार हैं। दो पहिया व चार पहिया वाहन लोग सड़क पर ही जैसे-तैसे खड़ी कर देते हैं। इससे जाम की समस्या आम हो गई है। ये लोग करें भी तो करें क्या।
जहां-तहां गाड़ियां खड़ी करने से वाहन चोरी का खतरा अलग रहता है। बहरहाल पुलिस विभाग को जाम की समस्या से निजात पाने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाना होगा। वहीं नगर पालिका को पटरी व्यवसाइयों के लिए उचित स्थान मुहैया कराने के साथ पार्किंग व्यवस्था करने की जरूरत है। कचहरी व कलेक्ट्रेट मार्ग वन वे है, लेकिन शक्ति से इसका पालन नहीं किया जा रहा है। ट्रैफिक नियम का सभी पालन करें तो कुछ समस्याओं का समाधान त्वरित हो सकता है, लेकिन इसमें सभी अपनी सहभागिता निभाएं। जाम हटाने में की जाती है खानापूर्ति
जाम से तंग शहर की सड़कों पर गाड़ी पार्क करने से स्थिति और गंभीर बन जाती है। पुलिस या जिला प्रशासन जाम हटाने की बात करते हैं, लेकिन इसे हटाने के नाम पर महज खानापूर्ति ही की जाती है। कचहरी, कलेक्ट्रेट व अस्पताल रोड, रमईपट्टी तिराहा, तहसील चौराहा, वासलीगंज, त्रिमोहानी पर आए दिन जाम लगती है। जाम खुलवाने में पुलिस भी बेबश दिखती है।