बच्चों की सोच वैज्ञानिक बनाने का हो प्रयास : डा. नौटियाल
जागरण संवाददाता मीरजापुर राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के प्रथम सोपान में मार्गदर्शक शिक्षको
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के प्रथम सोपान में मार्गदर्शक शिक्षकों की आनलाइन कार्यशाला गूगल मीट से गुरुवार को हुई। माध्यमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय के 239 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। डा. सीएम नौटियाल ने कहा कि बच्चों कि सोच वैज्ञानिक बनाने का प्रयास सभी शिक्षकों को करना है। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के अनुभव को उनके अभिभावक को बताए तथा गतिविधि से उनमें वैज्ञानिक क्षमता विकसित करें। डा. ललित शर्मा ने सतत जीवन के विज्ञान के लक्षित सिद्धांत को स्पष्ट किया। बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुतिकरण, शोध पत्र प्रस्तुत तथा सभी सब थीम पर संभावित प्रोजेक्ट बताया। डा. एसके सिंह ने कहा कि स्थानीय स्तर पर समस्या उठाने के लिए बच्चों को स्वतंत्र छोड़ दें। डा. जेपी राय ने विज्ञान को परिभाषित करते हुए कहा कि विज्ञान उन समस्याओं का अध्ययन है, जहां पर बच्चे रहते है। डा. सुनील कुमार गोयल ने सतत जीवन के लिए निरुपण, विकास एवं माडलिग एवं योजना बनाने पर लोकल लेवल पर प्रोजेक्ट बताया। डा. आरके आनंद ने प्रोजेक्ट लिखने कि विधि को समझाया। पूर्व समन्वयक गुलाबचंद्र तिवारी व जिला समन्वयक सुशील कुमार पांडेय ने आभार जताया। तकनीकी सहयोग कलाम इन्नोवेशन लैब अहरौरा के बाल वैज्ञानिक आर्यन प्रसाद, प्रिस कुमार, शशिकांत ने दिया।