मतदान के बाद अब शुरू हुआ जीत हार का कयास
लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही के साथ अब जीत हार का गणित बिठाने की कवायद शुरू हो गई है। किस बूथ से कितने वोट किस प्रत्याशी को मिले इसे लेकर कार्यकर्ताओं की चुनावी बहस चट्टी चौराहों पर सोमवार को पूरा दिन जारी रही।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही के साथ अब जीत हार का गणित बिठाने की कवायद शुरू हो गई है। किस बूथ से कितने वोट किस प्रत्याशी को मिले इसे लेकर कार्यकर्ताओं की चुनावी बहस चट्टी चौराहों पर सोमवार को पूरा दिन जारी रही। वहीं तमाम एक्जिट पोल में भाजपा की जीत बताए जाने के बाद पार्टी समर्थकों में उत्साह दिखाई दे रहा है। वहीं विपक्षी पार्टियों के समर्थकों ने भी अपने पसंदीदा प्रत्याशियों की जीत के दावे भी किए तो सामने वाले की हार के समीकरण भी बताए। हालांकि अब तो सभी के भाग्य का फैसला इलेक्ट्रानिक वोटिग मशीन में बंद हो चुका है। ऐसे में 23 मई तक लोगों मन बहलाने के लिए चुनावी चकल्लस अच्छा साधन साबित हो रहा है। हालांकि कुछ लोग इस बात पर भी बहस करते नजर आए कि बढ़ा हुए मतदान ने सभी विशेषज्ञों की गणित फेल कर दी है। समर्थक अपने मोबाइल से वोटों का आंकड़ा संग्रह कर रहे हैं। वहीं राजनीतिक पंडित गुणनफल निकालते रहे कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा।
रविवार की शाम छह बजे मतदान खत्म होते ही हार जीत की चर्चा शुरू हो गई। कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशियों और उनके सिपहसलारों को फोन कर बूथों पर मतदान की स्थिति और मतदाताओं का रुझान बताया। मतदान के प्रतिशत व मुस्लिम वोटरों के रुझान से जीत की दावेदारी की गई। वहीं कुछ का कहना था कि इस बार मतदाता के मूड़ को भांपने में करीब करीब सभी दल नाकाम से दिखाई दिए। इस बीच जीत के दावों को लेकर लोगों आपस में तकरार करते भी नजर आए। बातों-बातों में लोगों के सुर तेज होते जा रहे थे। वहीं सामने वाला अपनी जिद पर अड़ा दिखाई दे रहा था। नतीजतन जीत के दावे को लेकर तल्खियां भी बढ़ती नजर आईं। वहीं तमाम चैनलों में दिखाए जा रहे एक्जिट पोल के बाद सत्ताधारी दल के समर्थक मस्त दिखाई दिए।
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