-आइटीआइ छात्रों को अप्रेंटिस कराने के नाम पर नहीं हो सकेगा खेल
जागरण संवाददाता मीरजापुर अप्रेंटिस कराने के नाम पर युवाओं का शोषण संग अब खेल पर पूर
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : अप्रेंटिस कराने के नाम पर युवाओं का शोषण संग अब खेल पर पूरी तरह से अंकुश लग जाएगा। अप्रेंटिस करने के लिए आइटीआइ छात्रों को अब भटकना नहीं पड़ेगा। आइटीआइ करने वाले छात्रों के लिए अप्रेंटिस करने का सुनहरा अवसर मिलने वाला है। आइटीआइ परिसर में ही मेला लगाकर अप्रेंटिस के लिए छात्रों का चयन किया जाएगा। सरकार अब प्रशिक्षित युवाओं के द्वार पहुंच रही है। आइटीआइ कोर्स करने के बाद अप्रेंटिस कराकर स्वावलंबी बनाया जाएगा।
औद्योगिक विकास, बिजली, पीडब्ल्यू, सिचाई विभाग सहित 18 विभागों में चयनित युवाओं को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 2500 रुपये प्रशिक्षण भत्ता भी मिलेगा। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार शाक्यवार के अनुसार शैक्षिक सत्र 2018, 2019 व 2020 में लगभग 12 हजार युवाओं ने आइटीआइ सफलतापूर्ण पास कर चुके हैं। व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के तहत जनपद में मीरजापुर, छानबे गैपुरा व चुनार, जमालपुर में तीन राजकीय आइटीआइ संचालित हो रहे हैं। राजकीय आइटीआइ दीपनगर पटेहरा निर्माणाधीन है।
आइटीआइ में संचालित हो रहे कोर्स
मीरजापुर आइटीआइ के प्रधानार्चाय प्रमोद कुमार शाक्यवार ने बताया कि फीटर, टर्नर, मशीनिष्ट, मैकेनिकल मोटर व्हीकल, वायरमैन, इलेक्ट्रानिक्स, ड्राफ्टसमैन सिविल व मैकेनिकल, विद्युतकार, सर्वेयर, आशुलिपिक हिदी व अंग्रेजी, बेल्डर, कारपेंटर, शीट मेटल वर्कर, फैशन डिजाइनिग, सेविग टेक्नालाजी, इम्ब्राइडरी, प्लास्टिक प्रोसेसिग, हिदी टंकण व कार ट्रक ड्राविग का प्रशिक्षण दिया जाता है। छानबे गैपुरा व चुनार, जमालपुर में फीटर, विद्युतकार, प्लम्बर, बेल्डर, कोपा, फैशन डिजाइनिग, बेसिक कास्मेटोलाजी आदि कोर्स संचालित होते हैं। व्यवसाय पेंटर, वायरमैन, शीटलमेटल, वेल्डर व प्लंबर के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता आठवीं है जबकि अन्य व्यवसाय के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं है।
वर्जन
आइटीआइ उर्त्तीण छात्रों के लिए सरकार की कल्याणकारी योजना हैं। अप्रेंटिसशिप मेला चार अक्टूबर को आयोजित किया गया है। मेले में वर्ष 2018, 2019 व 2020 में आइटीआइ सफल प्रतिभागी शामिल हो सकेंगे। अभ्यर्थियों को अप्रेंटिसशिप पोर्टल पर अपना पंजीयन कराना होगा।
-पीके शाक्यवार, प्रधानाचार्य, आइटीआइ, मीरजापुर।