बारिश से उखड़े पेड़, ढही दीवारें

पहली ही बारिश में रेलवे स्टेशन पानी-पानी हो गया। सोमवार की रात झमाझम हो रही बारिश के बीच प्लेटफार्म पर यात्री पानी से बचने के लिए परेशान रहे है। वही स्टेशन के कई कार्यालयों के छत से टपक रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 07:07 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 09:55 PM (IST)
बारिश से उखड़े पेड़, ढही दीवारें
बारिश से उखड़े पेड़, ढही दीवारें

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पहली ही बारिश में रेलवे स्टेशन पानी-पानी हो गया। सोमवार की रात झमाझम हो रही बारिश के बीच प्लेटफार्म पर यात्री पानी से बचने के लिए परेशान रहे है। वही स्टेशन के कई कार्यालयों के छत से टपक रहे थे। फुटओवर ब्रिज पर पानी से फिसलन हो गई। स्टेशन के तीनों प्लेटफार्मों पर यात्री बारिश के पानी से बचने के लिए रात में इधर-उधर भटकते नजर आए। वही स्टेशन परिसर में स्थित रेलवे अस्पताल के पास पुराना पीपल का पेड़ गिर गया। जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया था लेकिन कालोनी वासियों की मदद से पेड़ को बगल किया गया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

मीरजापुर रेलवे स्टेशन ए ग्रेड में आता है लेकिन रेल यात्रियों के लिए सुविधा के लिए सही तरीके से टीन शेड तक नहीं बने है। जिससे यात्रियों को बारिश में परेशान न होना पड़े। सोमवार की पूरी रात बारिश होती रही लेकिन पानी से बचने के लिए लोग परेशान रहे। यात्री सामान बचाए कि खुद को पानी से बचाए यही सोचकर जहां छांव मिलता वही ठहर जाते थे। प्लेटफार्म दो पर स्थित टीटी आफिस में पानी टपक रहा था वही पुराना फुटओवर ब्रिज पूरी तरह से पानी में डूब गया था जो खतरे से खाली नहीं रहा। आरक्षित कार्यालय के छत भी टपक रहे थे सुबह जब कार्यालय खुला तो ड्यूटी पर पहुंचे बाबू व अधिकारी पानी भरा देख परेशान रहे हालांकि किसी तरह पानी का साफ कराकर काउंटर चालू किया। चाइल्ड लाइन के सदस्य रहे परेशान

रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म दो पर डिप्टी एसएस आफिस के बाहर रेलवे चाइल्ड लाइन का काउंटर लगा हुआ है। जहां चौबीस घंटे चाइल्ड लाइन के सदस्य ड्यूटी देते है कि किसी का कोई बच्चा छूट जाए तो उसके परिजनों से मिलाया जाए या बीमार हो तो उसका उपचार कराने का काम करते है लेकिन रेलवे विभाग द्वारा काउंटर नहीं बनाया गया जिसके कारण पूरी रात पानी से बचने के लिए चाइल्ड लाइन के सदस्य इधर उधर भटकते रहे।

अस्पताल की बाउंड्री ध्वस्त

मड़िहान : सोमवार की शाम से ही हो रही लगातार बारिश से महिनों से सूखी पड़ी नदियां इस समय तूफान पर आ चुकी है। बकहर नदी में जलस्तर पुल के बराबर चल रहा है। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़िहान के आवासीय परिसर पर मंगलवार की दोपहर अचानक चिलबिल का पेड़ उखड़कर गिर पड़ा। जिससे पूरी बाउंड्रीवाल ध्वस्त हो गई। हालांकि आवासीय परिसर में गिरा तो वहाँ कोई मौजूद नहीं था नहीं तो दुर्घटना भी हो सकती थी।

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