ओलावृष्टि व बेमौसम बारिश ने तोड़ दी अन्नदाताओं की कमर

शुक्रवार की शाम आए चक्रवात और रात में हुई मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। ओलावृष्टि व बारिश के कारण सबसे अधिक नुकसान अन्नदाताओं का हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Mar 2020 07:41 PM (IST) Updated:Sat, 14 Mar 2020 07:41 PM (IST)
ओलावृष्टि व बेमौसम बारिश ने तोड़ दी अन्नदाताओं की कमर
ओलावृष्टि व बेमौसम बारिश ने तोड़ दी अन्नदाताओं की कमर

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : शुक्रवार की शाम आए चक्रवात और रात में हुई मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। ओलावृष्टि व बारिश के कारण सबसे अधिक नुकसान अन्नदाताओं का हुआ। जिनकी फसलें खेतों में बर्बाद हो गई। खेतों में औंधे मुंह गिरी फसलें किसानों की बर्बादी की दास्तान खुद ही बयां कर रही हैं। बता दें कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर गेहूं, चना, टमाटर, सरसो, अरहर समेत अन्य दहलनी व तिलहनी फसलों की खेती की जाती है। शनिवार को पूरा दिन उपजिलाधिकारी चुनार जंगबहादुर यादव व नायब तहसीलदार नटवर सिंह इलाके में फसलों के नुकसान का आंकलन करते रहे। वहीं इस काम में राजस्व कर्मी भी लगाए गए थे।

वहीं चक्रवात की चपेट में आने से तहसील क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में छोटे बड़े पेड़ गिर गए। कई मकानों पर लगे टीन शेड उड़ गए तो कच्चे मकान धराशाई हो गए। चक्रवाती तूफान की गति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दूरभाष केंद्र चुनार में बीसों साल से खड़ा बीटीएस टावर पूरी तरह बैंड हो गया तो कई बड़े बड़े पेड़ जड़ से उखड़ कर जमीन की धूल चाटने लगे। इन सब घटनाओं में काफी आर्थिक क्षति हुई। चक्रवाती की विनाशलीला की चपेट में आने से रेलवे क्रासिग के पास रेलवे के टावर परिसर की बाउंड्री वाल भी गिर गई। वहीं स्टेशन रोड पर रेलवे परिसर में लगा एक बड़ा पेड़ भी जड़ समेत उखड़ कर गिर गया। जिसके नीचे एक टेंपों व एक बाइक दबकर क्षतिग्रस्त हो गई। संयोग ही रहा कि इतने पेड़ों के गिरने के बाद भी कहीं कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई।

- 24 घंटे से नगर अंधेरे में, बिजली गायब

नगर समेत आसपास के इलाके में पिरल्लीपुर पावर हाउस से की जाने वाली विद्युत आपूर्ति शुक्रवार की शाम से ही गायब है। जेई चुनार ने पूछे जाने पर बताया कि 33 केवीए व 11 केवीए लाइनों में आई गड़बड़ियों को दुरुस्त करा लिया गया है। इसके अलावा अन्य टूटी तारों और खंभों को दुरुस्त कराया जा रहा है। बिजली न आने से सबसे अधिक परेशानी पानी के भंडारण को लेकर हुई।

चक्रवात व ओला वृष्टि से सीखड़ क्षेत्र तबाह

सीखड़ : शुक्रवार की शाम को आए चक्रवाती तूफान के साथ हुई ओलावृष्टि ने पूरे क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई। विकास खंड के 35 ग्राम पंचायतों की 80 प्रतिशत फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई। ऐबकपुर निवासी हीरालाल के मकान पर यूकिलिप्टस का पेड़ गिरने से एक कमरे की छत टूट गई। पेड़ के नीचे गाय दबने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सीखड़ निवासी राजेन्द्र यादव की पत्नी मीरा 35 के ऊपर दीवार गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई। चारपाई पर लाद कर किसी तरह से लोगों ने अस्पताल पहुचाया। प्यारे की पत्नी नगीना का हाथ टूट गया। गोरैया के प्रधान प्रतिनिधि डब्बू के सर में छह टाका लगा।उड़ता हुआ टिन से सर में चोट आ गई थी। बिजली के कुल 140 खम्भे गिर कर टुकड़े टुकड़े हो गए। गेहूं, चना, अरहर सरसो की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई।

अदलहाट : क्षेत्र में शुक्रवार को ओलावृष्टि के बाद चक्रवाती तूफान व बरसात से भारी नुकसान हुआ है। जिससे टीन सेट के साथ छत के ऊपर लगे सौर ऊर्जा को भी उड़ा ले गया। वहीं विद्युत पोल उखड़ने से विद्युत बाधित है। ओलावृष्टि,तेज आंधी व पानी ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। जिससे किसान दुखी हैं। तबाही के साथ ही नीबी देवरिया, पचेंगड़ा, बरेंव, मूसेपुर, गरौड़ी, बड़भुइली, श्रुतिहार,समदपुर, कोलना, हिनौतीमाफी, घुरहूपुर, राजपुर, रजौली सहित आदि गांवों में घर के ऊपर लगे टीन सेट,सोलर लाइट,कच्चे मकान गिरने की जानकारी मिली है। इन गांवों के किसानों की गेहूं, मटर, तीसी, सरसो,अरहर की फसल काफी मात्रा में बर्बाद हुई है। विधायक ने भ्रमण कर फसल नुकसानी का लिया जायजा

चुनार : चुनार विधायक अनुराग सिंह ने शनिवार को चुनार विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर किसानों के हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके पूर्व शुक्रवार की शाम को आए चक्रवात और ओलावृष्टि के बाद विधायक ने ढाब इलाके का दौरा कर किसानों से उनकी बर्बाद फसलों का उचित मुआवजा दिलाए जाने की बात कही। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारी से वार्ता कर जल्द से जल्द स्थितियों को दुरुस्त कराने को कहा। साथ ही फसलों के हुए नुकसान का आंकलन कर उसकी रिपोर्ट शासन को भेजने के संबंध में उपजिलाधिकारी से वार्ता की। विधायक ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेश सरकार किसानों के साथ खड़ी है और मुख्यमंत्री ने पहले ही 24 घंटे के भीतर सहायता राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

chat bot
आपका साथी