युवाओं को जिदगी के मिशन से भटका रहा पबजी

जागरण संवाददाता मीरजापुर ज्यादा दिन पुरानी बात नहीं है। चार सितंबर को रोंगटे खड़े क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:01 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:01 PM (IST)
युवाओं को जिदगी के मिशन से भटका रहा पबजी
युवाओं को जिदगी के मिशन से भटका रहा पबजी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर :

ज्यादा दिन पुरानी बात नहीं है। चार सितंबर को रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना पूरे जिले में सुर्खियां बनी। हर कोई हैरान था। बदलते समाज को लेकर परेशान था। लाजिमी भी था क्योंकि कटरा कोतवाली क्षेत्र के पेहटी चौराहा निवासी एक युवक ने अपने चाची व चचेरे भाइयों पर जानलेवा हमला कर दिया। जानते हैं क्यों महज आनलाइन मिशन गेम पबजी की लत के चलते..। पबजी की लत के चलते वह इतना झुंझला गया कि अपनों की जान से खेल गया। यह केस तो महज बानगी है। पबजी गेम के चलते कई युवा अपनी नौकरी गवां चुके हैं।

यही नहीं, पबजी गेम पारिवारिक कलह का कारण भी बनता जा रहा है। गेम में मशगूल होने की वजह से लोगों की ट्रेन छूटना तो आम बात हो चुकी है। आनलाइन गेम की नई सनसनी देश भर के लाखों युवाओं को अपनी चपेट में ले चुकी है। आनलाइन गेम पबजी का खुमार कुछ ऐसा है कि लोग अपने जीवन के असली लक्ष्य तक से दूर होते जा रहे हैं।

पूरी तरह आनलाइन मिशन गेम का शुरुआती डाउनलोडिग डाटा ही करीब 1.5 जीबी है। इसके बाद भी नेट की खपत लगातार होती है। इसमें अधिकतम 100 लोग एक टापू यानी अनजान युद्ध मैदान पर उतरते हैं। इसमें चार लोगों की टीम बनाकर लास्ट तक सर्वाइव करना होता है। खेल की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यू-ट्यूब पर भी पबजी मिशन गेम में एक्सपर्ट बनने के सैकड़ों वीडियो मौजूद हैं। गेम में किस तरह ज्यादा बेहतर ढंग से खेला जा सकता है। इसके टिप्स दिए जा रहे हैं। नुकसान की बात करें तो तमाम घटनाएं चौंकाने वाली सामने आ रही हैं। लालडिग्गी निवासी राजू (परिवर्तित नाम) डंकीनगंज स्थित इलेक्ट्रिक की दुकान पर मैकेनिक का काम करता था। कामकाज के दौरान पबजी गेम की लत पड़ी। इसके बाद से समय से काम पर आना-जाना बंद हो गया। दुकान पर भी आनलाइन रहकर गेम खेलने के चलते नौकरी चली गई।

पिछले वर्ष लद्दाख के गलवन घाटी पर भारत के साथ गुस्ताखी करने पर चीन को रास्ते पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया था। देश की सुरक्षा व संप्रभुता की रक्षा के लिए सरकार ने पबजी समेत 118 चीनी एप पर प्रतिबंध लगाया था, तब पबजी गेम खेलने वाले बच्चों के अभिभावक काफी खुश थे। उन्हें लगा कि भारतीय किशोरों के दिलो-दिमाग पर काबिज पबजी का खेल अब समाप्त हो गया, लेकिन वीडियो गेमिग की दुनिया में कोहराम मचाने वाला गेम पबजी पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रहा। सरकार भी इस पर ध्यान नहीं दे रही है। अभिभावकों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो युवाओं की जिदगी बर्बाद करने में पबजी कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

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वर्शन

बच्चे जब भी गेम खेलना शुरू करते हैं। वे इतना लीन हो जाते हैं कि खुद हो उस व्यक्ति की तरह समझते हैं, जैसा गेम में होता है। उसी के अनुकूल वे व्यवहार करने लगते हैं। माता-पिता को चाहिए कि बच्चों को मोबाइल की दुनिया से दूर रखें। हां जानकारी जरूर दें, लेकिन मोबाइल में ज्यादा समय न बिताने दें। बच्चों को भी चाहिए कि मोबाइल गेम खेलें, लेकिन आत्मसात न करें। माता-पिता भी बच्चों की समस्या जानने की कोशिश करें।

- डा. रीता सिंह, मनोवैज्ञानिक।

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