अपने जीने की चाहत लिए लोग कर रहे दूसरे के स्वस्थ होने का इंतजार

जागरण संवाददाता मीरजापुर कोरोना के चलते हालात इतने खराब हो गए हैं कि आज किसी अस्पत

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Apr 2021 07:26 PM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 07:26 PM (IST)
अपने जीने की चाहत लिए लोग कर रहे दूसरे के स्वस्थ होने का इंतजार
अपने जीने की चाहत लिए लोग कर रहे दूसरे के स्वस्थ होने का इंतजार

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना के चलते हालात इतने खराब हो गए हैं कि आज किसी अस्पताल में बेड खाली नहीं मिल रहे हैं। जनपद का सबसे बड़ा अस्पताल मंडलीय चिकित्सालय के 155 बेड भी फूल हो गए हैं। आज स्थिति यह हो गई कि लंबी वेटिग लिस्ट के चलते मरीज अपने जीने की चाहत लिए दूसरों के जल्द स्वस्थ होने का इंतजार कर रहे हैं। ताकि बेड खाली हो और उनको जगह मिल सके। 12 -12 घंटे इंतजार करने के बावजूद लोगों को बेड नसीब नहीं हो रहा है।

मंडलीय चिकित्सालय 155 बेड का है। इसके अलावा 50 बेड का एल-टू चिकित्सालय, 30 बेड की सीएचसी विध्याचल व 11 निजी चिकित्सालय को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है। बावजूद इसके इस समय किसी में बेड खाली नहीं है। मंडलीय चिकित्सालय में कोरोना के 140 संदिग्ध मरीज भर्ती है। इनको सास लेने की दिक्कत हो रही है, लेकिन यहां पर मात्र 70 बेड ऑक्सीजन वाले होने के कारण अन्य मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही है। किसी तरह उनको ऑक्सीजन दिया जा रहा है। आए दिन मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अब तो लोगों को वेटिग रखना पड़ रहा है। 15 से लेकर 20 लोग प्रतिदिन वेटिग लिस्ट में है। जो अपने को भर्ती कराकर लिए हैं, लेकिन बेड खाली नहीं होने के कारण बाहर या किसी अन्य स्थान पर रहकर 13 घंटे से अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं। चिकित्सक लगातार प्रयास में है कि मरीजों को भर्ती किया जाए, लेकिन बेड नहीं खाली होने के कारण वे भी लाचार हैं। इसी प्रकार ट्रामा सेंटर 50 बेड का है। इसमें 40 मरीज भर्ती है। पांच वेंटीलेटर पर हैं। इसके अलावा 11 निजी चिकित्सालय अनुबंधित किए गए हैं जिनमें कोरोना के मरीजों को भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। ये भी फुल हो चुके हैं। नगर में मौजूद कुछ निजी चिकित्सालय मरीजों को भर्ती कर रहे हैं, लेकिन उनकी मजबूरी का फायदा उठाने से वे भी नहीं चूक रहे हैं। वे प्रतिदिन 20 हजार से लेकर 50 हजार रुपये वसूल रहे हैं। दो-चार दिन रखने के बाद ऑक्सीजन समाप्त होने का बहाना बनाकर मरीज से पीछा छुडा़ ले रहे हैं। शनिवार को सांस की परेशानी होने पर दस मरीज मंडलीय चिकित्सालय के बाहर भर्ती होने के लिए लाइन लगाए रहे।

chat bot
आपका साथी