कोरोना को हराएगी पोषण वाटिका, बनेगी वरदान

जागरण संवाददाता मीरजापुर कोरोना काल में औषधीय पौधों की मांग बढ़ने पर अब पंचायती राज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:24 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:24 PM (IST)
कोरोना को हराएगी पोषण वाटिका, बनेगी वरदान
कोरोना को हराएगी पोषण वाटिका, बनेगी वरदान

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना काल में औषधीय पौधों की मांग बढ़ने पर अब पंचायती राज विभाग ने पोषण वाटिका विकसित करने का फैसला लिया है। ग्राम पंचायत स्तर पर पोषण वाटिका विकसित होंगे। इसमें औषधीय पौधे नीम, तुलसी, गिलोय, आंवला, एलोवेरा, लेमन ग्रास, अश्वगंधा, सहजन, परिजात, सतावर, नींबू, हल्दी आदि लगाए जाएंगे। पोषण वाटिका लोगों के लिए वरदान बनेगी।

कोरोना वायरस से बचने और संक्रमण होने पर उससे जल्दी ठीक होने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होनी चाहिए। ऐसे में सरकार पिछले काफी समय से लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जागरूक कर रही है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों ने औषधीय पौधों का इस्तेमाल करना भी शुरू कर दिया है। इसी कारण औषधीय पौधों की मांग बढ़ने लगी है। गिलोय, लेमन ग्रास, परिजात, एलोवेरा, तुलसी, नीम, अश्वगंधा, सतावर, सहजन जैसे कई पौधों की मांग बढ़ गई है। हर तरह की बीमारियों से बचाव में यह औषधीय पौधे कारगर होंगे। सेहत सुधारने में इनका उपयोग किया जा सकेगा। लोग औषधीय गुणों से युक्त इन पौधों को संरक्षित करने के लिए जागरूक भी होंगे। जिले में कुल 806 ग्राम पंचायतें हैं। अब सभी प्रधानों ने भी कामकाज करना शुरू कर दिया है। पंचायती राज विभाग से भी पंचायतों में विकास की रूपरेखा बनाई गई है। ग्राम पंचायत स्तर पर पोषण वाटिका विकसित करने का फैसला लिया है। पोषण वाटिका सरकारी जगहों पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए हर ब्लाक को निर्देश दिए गए हैं। वर्जन

कोरोना के साथ ही अन्य बीमारियों में औषधी पौधे लाभदायक हैं। लोगों के रुझान को देखते हुए पोषण वाटिका बनाया जाएगा। चयन प्रक्रिया चल रही है। चयन प्रक्रिया के बाद पोषण वाटिका विकसित किया जाएगा। गांव के ही सरकारी जगहों पर पोषण वाटिका बनेगा। गांव के लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।

- श्रीलक्ष्मी वीएस, सीडीओ, मीरजापुर।

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