दक्षिणी परिसर का नाम बदलने के विरोध में उतरा

एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बरकछा के परिसर में रविवार को प्रदर्शन किया। जिसमें बीएचयू के कुलाधिपति और हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश गिरधर मालवीय की अध्यक्षता सेंट्रल आफिस के समिति कक्ष में हुई कोर्ट की 63वीं बैठक में इसका नाम बीएचयू दक्षिणी कैंपस करने के सुझाव का विरोध जताया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Dec 2019 06:30 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 06:30 PM (IST)
दक्षिणी परिसर का नाम बदलने के विरोध में उतरा
दक्षिणी परिसर का नाम बदलने के विरोध में उतरा

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एनएसयूआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बरकछा के परिसर में रविवार को प्रदर्शन किया। इसमें बीएचयू के कुलाधिपति और हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश गिरधर मालवीय की अध्यक्षता सेंट्रल आफिस के समिति कक्ष में हुई कोर्ट की 63वीं बैठक में इसका नाम बीएचयू दक्षिणी कैंपस करने के सुझाव का विरोध जताया। कहा कि सरकार अब सामने से कार्य करने की बजाय समिति का सहारा लेकर इस विश्वविद्यालय का नाम बदलवाने की कवायद कर रही है, जिसे वह होने नहीं देंगे। चेताया कि अगर समिति ने ऐसा कोई फैसला लिया तो वह लोग सड़क पर उतरकर इसका विरोध जताने को बाध्य होंगे।

प्रदेश अध्यक्ष प्रवीश मिश्रा ने कहा कि ये जो बदले की राजनीति कर हरे हैं यह नहीं चलेगा। अगर इनको कहना है तो उसे पैसे से विश्व विद्यालय में खर्च कर हॉस्टल, महिला सुरक्षा, फीस काउंटर इत्यादि पर खर्च करें। अगर ये लोग भारत रत्न स्व राजीव गांधी का नाम बदलते हैं तो एनएसयूआइ पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। एनएसयूआइ आरजीएससी के अध्यक्ष आनंद सिंह ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार केवल फालतू के कामों में परेशान है। उसे जनता से जुड़ी समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। जनता आज महंगाई और बेजगारी से जूझ रही है। बहने और माताएं आने साथ हो रहे उत्पीड़न से परेशान है। माता पिता अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए चितित है। उनकी समस्याओं को हल करने की बजाय केवल नाम बदलने में लगी हुई। जिससे किसी को कुछ नहीं मिलने वाला है। इस बार सामने आकर दक्षिणी परिसर बरकछा नाम बदलने की बजाय इसकी समिति पर दबाव बनाकर राजीव गांधी दक्षिणी परिसर का नाम बदलवाना चाहती है। समिति के फैसले से यहां के छात्रों को तमका नहीं मिल जाएगा। उन्हें अच्छी शिक्षा, अच्छी सुविधा देने से कुछ मिलेगा जो वह दे नहीं पा रही है। इस दौरान जिला उपाध्यक्ष नीलेश तिवारी, आयुष सिंह, मनु महाराज, सिद्धार्थ, सौरभ कुमार गुप्ता, अनिल, मनीष, विशाल इत्यादि शामिल रहे।

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