अब जिले की नर्सरी में ही तैयार होंगे ड्रैगन फ्रूट के पौधे

किसानों के लिए ड्रैगन फ्रूट के पौधे अब मीरजापुर जिले में ही तैयार किए जाएंगे। इसके बाद ड्रैगन फ्रूट के पौधे वियतनाम आदि देशों से नहीं मंगाने पड़ेगे। इसके लिए उद्यान विभाग 25 लाख रुपये खर्च करके मीरजापुर के विसुंदरपुर स्थित राजकीय पौधशाला में चार बीघे में ड्रैगन फ्रूट का पौधा लगाएगा। नर्सरी में प्रति वर्ष ड्रैगन फ्रूट के लगभग 50 हजार पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:09 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:09 PM (IST)
अब जिले की नर्सरी में ही तैयार होंगे ड्रैगन फ्रूट के पौधे
अब जिले की नर्सरी में ही तैयार होंगे ड्रैगन फ्रूट के पौधे

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : किसानों के लिए ड्रैगन फ्रूट के पौधे अब मीरजापुर जिले में ही तैयार किए जाएंगे। इसके बाद ड्रैगन फ्रूट के पौधे वियतनाम आदि देशों से नहीं मंगाने पड़ेगे। इसके लिए उद्यान विभाग 25 लाख रुपये खर्च करके मीरजापुर के विसुंदरपुर स्थित राजकीय पौधशाला में चार बीघे में ड्रैगन फ्रूट का पौधा लगाएगा। नर्सरी में प्रति वर्ष ड्रैगन फ्रूट के लगभग 50 हजार पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।

ड्रैगन फ्रूट का पौधा तैयार करने के लिए विसुंदरपुर में अत्याधुनिक नर्सरी तैयार की जाएगी। इसमें पाली हाउस, नेट हाउस, 500 पीलर मदर प्लांट के लिए तैयार किया जाएगा। नर्सरी में थाइलैंड पिक, एलिसरेड, वियतनाम व्हाइट, आस्ट्रेलियन गोल्डेन यलो, टाउसेंड पिक की प्रजाति पैदा की जाएगी। वर्तमान में मीरजापुर जिले की तर्ज पर पूरे प्रदेश में ड्रैगन फ्रूट्स की खेती हो रही है। जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम के अनुसार जिले में ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए वियतनाम से टाउसेंड पिक ड्रैगन फ्रूट्स के पौधे मंगाकर रोपे गए।

लगभग एक किग्रा वजन तक के इस फल का ऊपरी रंग गुलाबी जबकि अंदर का हिस्सा हल्का गुलाबी होता है। टाउसेंड पिक प्रजाति के फल अन्य ड्रैगन फ्रूट्स की अपेक्षा ज्यादा में मीठा है। वियतनाम से वाया करनाल 3,200 पौधे लाए गए हैं। मीरजापुर को ड्रैगन फ्रूट्स का हब घोषित कर चुकी हैं राज्यपाल

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल बीते दिनों एक कार्यक्रम के दौरान मीरजापुर को ड्रैगन फ्रूट्स हब घोषित कर चुकीं हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बीते मार्च में अष्टभुजा डाक बंगले पर जनपद में ड्रैगन फ्रूट की खेती और किसानों की आत्मनिर्भरता की सराहना कर चुके हैं। जिले में 10 हेक्टेयर में हो रही खेती

वर्तमान में राजगढ़ ब्लाक व अन्य इलाकों में लगभग 10 हेक्टेयर में ड्रैगन फ्रूट्स की खेती कर किसान अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत बना रहे हैं। सिटी ब्लाक में रामजीत दुबे, आशा राम दुबे, स्वयं सहायता समूह के उजाला हलिया की महिलाएं, राजगढ़ में अजय कुमार सिंह, राधेश्याम सिंह, प्रमोद मौर्य, अरविद सिंह खेती कर रहे हैं।

------------------------ जनपद में ड्रैगन फ्रूट का पौधा तैयार किया जाएगा। इसके लिए कवायद चल रही है। ड्रैगन फ्रूट का पौधा तैयार होने से आत्मनिर्भरता बढ़ेगी।

- श्रीलक्ष्मी वीएस, मुख्य विकास अधिकारी।

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