24 साल बाद कर्मचारियों को हटाने का कोई औचित्य नहीं

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा की एक बैठक नगर के संघ भवन रामबाग में हुई। बैठक की अध्यक्षता मोहनलाल यादव ने करते हुए कहा कि महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग लखनऊ द्वारा एक सूची जारी की गई है। जिसमें जनपद में 1996 से 9

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 06:35 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jun 2020 06:35 PM (IST)
24 साल बाद कर्मचारियों को हटाने का कोई औचित्य नहीं
24 साल बाद कर्मचारियों को हटाने का कोई औचित्य नहीं

जासं, मीरजापुर : राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा की एक बैठक नगर के संघ भवन रामबाग में हुई। बैठक की अध्यक्षता मोहनलाल यादव ने करते हुए कहा कि महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग लखनऊ द्वारा एक सूची जारी की गई है। जनपद में 1996 से 98 के बीच मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन 64 कर्मचारियों की नियुक्ति गलत साबित की गई हैं।

कहा कि उस समय सीएमओ रहे अधिकारी ने नियम कानून के तहत कर्मचारियों की भर्ती की थी। क्योंकि सीएमओ को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति करने का पूरा अधिकार है। अपने 24 वर्ष की सेवा में कर्मचारी लगातार अपने कार्य करते चले आ रहे हैं। जिसमें आडिट शासन प्रशासन को हर सूचना भेजी जाती थी। इसलिए अब उन कर्मचारियों को निकालने का कोई औचित्य नहीं बनता। प्रदेश सरकार की नियमावली कहती हैं कि कर्मचारी सरकारी सेवा में 243 दिन का कार्य कर चुका हैं उसको नियमित कर्मचारी माना जाता है। ऐसी दशा में उन कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने का कोई औचित्य नहीं बनता हैं। जहादेव, पन्नालाल, कैलाश दूबे, डा. एसपी सिंह, बबलू खान, रामविलास, हरिशंकर आदि लोग मौजूद रहे।

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