सामाजिक, मानव व राष्ट्रीय मूल्यों की स्थापना का आदर्श रामायण

- महर्षि वाल्मीकि जयंती पर विविध कार्यक्रम का आयोजन - हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया महर्षि वाल्मीकि ज

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 07:25 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 07:25 PM (IST)
सामाजिक, मानव व राष्ट्रीय मूल्यों की स्थापना का आदर्श रामायण
सामाजिक, मानव व राष्ट्रीय मूल्यों की स्थापना का आदर्श रामायण

- महर्षि वाल्मीकि जयंती पर विविध कार्यक्रम का आयोजन

- हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया महर्षि वाल्मीकि जयंती

- जिलेभर में मंदिरों में रामायण पाठ व भजन का आयोजन जागरण संवाददाता, मीरजापुर : आजादी के अमृत महोत्सव के श्रृंखला में जनपद के विभिन्न स्थलों पर महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई गई। आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने कार्यालय में महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित किया। तहसील सदर के गऊघाट स्थित राम जानकी मंदिर पर जयंती मनाई गई। कई स्थानों पर रामायण पाठ एवं भजन का आयोजन हुआ। कहा कि महर्षि द्वारा रचित रामायण सामाजिक, मानव एवं राष्ट्रीय मूल्यों की स्थापना का आदर्श हैं।

आचार्य राम चंद्र शुक्ल स्मारक शिक्षण संस्थान सभागार में आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र एवं पुलिस उप महानिरीक्षक आरके भारद्वाज ने दीप प्रज्ज्वलन किया। नगर पालिका परिषद मीरजापुर में अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण किया। उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए दिखाए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। संजय सिंह, बृजमोहन यादव, मनोज सोनकर, अवधेश यादव, अनिल जायसवाल, जयशंकर सिंह आदि रहे। तहसील लालगंज में भजन पाठ का आयोजन हुआ। महर्षि वाल्मीकि के जीवन से लें प्रेरणा

मीरजापुर : जिला जेल में कैदियों के बीच महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई। साथ ही प्रसिद्ध संत आचार्य विद्या सागर महाराज को उनके जन्मदिन पर याद किया। संयोजक ऋषभ जैन ने आचार्य विद्यासागर महाराज की जीवनी पर प्रकाश डाला।

महर्षि वाल्मीकि ने समाज को दिया समानता का संदेश

चुनार : महान हिदू ग्रंथ रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती उल्लास के साथ मनाई गई। चुनार नगर पालिका परिषद सभागार में महर्षि वाल्मीकी के चित्र पर माल्यार्पण कर अधिकारियों द्वारा नमन किया गया। अहरौरा स्थित नगर के दुर्गाजी पहाड़ स्थित हनुमान मंदिर पर वाल्मीकि जयंती पर नगर पालिका द्वारा अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें विद्वानों द्वारा 24 घंटे अखंड मानस पाठ को सस्वर गायन किया गया। चेयरमैन गुलाब मौर्या, नीतीश कुमार, मृत्युंजय, विनोद, माता सिंह, रजनीकांत, राजकुमार, दर्शन सिंह रहे। संस्कृत के पहले कवि थे महर्षि वाल्मीकि

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पांडेयपुर स्थित संस्कार पब्लिक स्कूल में महर्षि वाल्मीकि जयंती हर्षाेल्लासपूर्वक मनाया गया। प्रधानाचार्य रीतू भंडारी ने महर्षि वाल्मीकि की अच्छाइयों के बारे में बताया। कहा कि वाल्मीकि जी संस्कृत के पहले कवि थे। उत्तर भारत में यह दिवस प्रकट दिवस के रूप में मनाया जाता है। कार्तिक पांडेय, शिवकांत, श्रेष्ठ सिंह, आंचल सिंह, दिव्यांशी राय, मीनाक्षी आदि रहे। भारती अस्थाना, स्नेहा यादव, हिमांशी जायसवाल, गीता प्रसाद ने विचार व्यक्त किया।

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