सोलर लैंप को बनाया स्वावलंबन का माध्यम

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को सोलर लैंप बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सोलर लैंप महिलाओं की आजीविका का साधन बन रहा है साथ ही महिलाएं आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर भी बन रही है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, आईआईटी मुंबई, ईईएसएल, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। पहले चरण में छानबे में 40 व सिटी में 34 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। लैंप को परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों में आपूर्ति किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Jan 2019 09:58 PM (IST) Updated:Wed, 30 Jan 2019 11:14 PM (IST)
सोलर लैंप को बनाया स्वावलंबन का माध्यम
सोलर लैंप को बनाया स्वावलंबन का माध्यम

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को सोलर लैंप बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सोलर लैंप महिलाओं की आजीविका का साधन बन रहा है साथ ही महिलाएं आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर भी बन रही है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, आईआईटी मुंबई, ईईएसएल, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। पहले चरण में छानबे में 40 व सिटी में 34 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। लैंप को परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों में आपूर्ति किया जा रहा है।

भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा चलाए जा रहे योजना के तहत गरीब बच्चों को सोलर लैंप उपलब्ध कराया जा रहा है। गरीब प्रारम्भिक से माध्यमिक स्तर (1-12) तक पढ़ाई करने के वाले छात्र छात्राओं को लैम्प 100 रू में वितरित किया जा रहा है जबकि लैंप की वास्तविक मूल्य 700 रू है। लैंप को असेंबल करने पर 12 रू प्रति लैंप एवं वितरण करने वाली महिलाओं को 17 रू प्रति लैंप दिया जायेगा। जिससे महिलाएं 1 दिन में 300 से 400 रू तक लगभग आमदनी कर सकती है। जिला मिशन प्रबंधक दशरथ मिश्रा ने बताया कि महिलाओं को सोलर लैंप के घटकों, टूल किट, सौर ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा सहित तकनीकी प्रशिक्षण बारीकी से दिया गया था। उपायुक्त स्वत: रोजगार दीनदयाल ने बताया कि तकनीकी रुप से प्रशिक्षित महिलाएं नियमित 100 सोलर लैंप तैयार कर रही है। इन सोलर लैंपों को स्कूलों में प्रति लैंप 100 रुपए की दर से बेंचा जा रहा है।

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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्म निर्भर बनाया जा रहा है। सोलर लैंप बनाकर महिलाएं आर्थिक रुप से आत्म निर्भर बन रही है तो वहीं अब बिजली न होने पर छात्र-छात्राओं को लालटेन में नहीं पढ़ना पड़ेगा। छानबे और सिटी के बाद अन्य ब्लाकों में भी योजना के क्रियान्वयन कराया जाएगा। - प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी, मीरजापुर।

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