छोटी सी लापरवाही से खतरे में डाल रहे खुद का जीवन
एक छोटी सी भूल कभी - कभी अपनों का जीवन खतरे में डाल सकता है। चालक गाड़ी चलाते समय या खड़ी करके जाते समय सावधानी बरतें। प्राय: बाजार में खरीददारी करते समय परिजन अपने बच्चों को एसी चालू करके गाड़ी में ही छोड़ जाते है। माता- पिता या परिजनों द्वारा थोड़ी देर के लिए ही सही लिया गया यह निर्णय कभी कभार घातक साबित हो सकता है, इससे अभिभावक व वाहन चालक सदैव परहेज करें।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एक छोटी सी भूल कभी-कभी अपनों का जीवन खतरे में डाल सकता है। चालक गाड़ी चलाते समय या खड़ी करके जाते समय सावधानी बरतें। प्राय: बाजार में खरीदारी करते समय परिजन अपने बच्चों को एसी चालू करके गाड़ी में ही छोड़ जाते है। माता- पिता या परिजनों द्वारा थोड़ी देर के लिए ही सही लिया गया यह निर्णय कभी कभार घातक साबित हो सकता है, इससे अभिभावक व वाहन चालक सदैव परहेज करें।
यातायात विभाग द्वारा वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए सड़क पर चलने से लेकर वाहन चलाने तक का नियम बनाया गया है, लेकिन वाहन चालक प्राय: नियमों को दरकिनार करते हुए वाहन चलाते है। ऐसे में कभी कभी एक छोटी सी लापरवाही उनके और परिजनों के लिए घातक साबित हो जाती है। प्राय: लोग खरीदारी करते समय बच्चों या परिजनों को एसी या ब्लोवर चलाकर वाहन में ही छोड़ देते है। इस दौरान वायु का आवागमन नहीं होने के कारण कभी कभी दम घुटने की घटनाएं प्रकाश में आती है। इसको लेकर चालकों को एहतियात बरतना चाहिए। खासकर वाहन में बच्चों को छोड़कर नहीं जाना चाहिए। संभागीय परिवहन विभाग के आरआइ ओपी ¨सह ने बताया कि वाहन में एसी या ब्लोअर चलाने से गैस बनने की संभावना रहती है, ऐसे में वाहन खड़ा करते समय खिड़की को थोड़ा खुला रख दिया जाए, तो समस्या से निजात मिल सकती है।
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बेहोश होने पर मुंह से दे सांस
वाहन चलाते समय या खड़ी करते समय कांच को थोड़ा खुला रखना चाहिए। बावजूद इसके यदि कांच बंद होने से दम घुटने की समस्या आए तो पीड़ित को तत्काल मुंह से सांस देना चाहिए, जिससे उसको तत्काल में राहत मिल सके। बावजूद इसके आराम नहीं होता है तो तत्काल अस्पताल में पहुंचाए, जिससे इलाज हो सके।
- डा. प्रदीप कुमार, चिकित्सक, मंडलीय अस्पताल।
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ऐसी घटना होने पर मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहिए, जिससे चिकित्सक द्वारा मरीज का ससमय और बेहतर इलाज किया जा सके।
- डा. सुनील ¨सह, चिकित्सक, मंडलीय अस्पताल।
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वाहन चालक कार में एसी व हीटर का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें। बंद कार में हीटर या एसी चालू रखकर बच्चों को अकेला कदापि नहीं छोड़े। समय समय पर कार की फिटनेस जांच अवश्य कराए।
- अल्का शुक्ला, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी। -----------------
वाहन चालक बरते ये सावधानी-
- वाहन खड़ा करते समय एसी चालू करने से परहेज करें।
- वाहन खड़ा करने के बाद अंदर कोई बैठा हो तो खिड़की अवश्य खोल दे।
- समय समय पर वाहन के फिटनेस की जांच कराए।
- वाहन को हमेशा पार्किंग में ही सदैव खड़ा करें।
- वाहन खड़ा करते समय पार्किंग लाइट्स अवश्य जलाए।
- सभी वाहन चालक अपने वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर अवश्य लगाए।
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