नौकरशाही में बड़े पैमाने पर फेरबदल की तैयारी
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : केंद्रीय चुनाव आयोग ने तीन वर्ष से एक स्थान पर जमे अफसरों को हटाने के
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : केंद्रीय चुनाव आयोग ने तीन वर्ष से एक स्थान पर जमे अफसरों को हटाने के साथ 31 मई तक रिटायर हो रहे अधिकारियों को चुनाव कार्य से अलग करने का फरमान जारी कर दिया है। नौकरशाही में बड़े पैमाने पर फेरबदल की तैयारी शुरू हो गई है। एक से 28 फरवरी के बीच प्रदेश में नीचे से लेकर ऊपर तक बहुत चेहरे बदल जाएंगे। मुख्य सचिव समेत तीन मंडलों के कमिश्नर व कई एसडीएम भी बदले जाएंगे।
मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र पांडेय 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। डॉ. पांडेय को तीन माह सेवा विस्तार मिलने की चर्चा है लेकिन, आयोग की स्पष्ट हिदायत है कि 31 मई तक सेवानिवृत्त होने वाले अफसरों को चुनाव में नहीं लगाया जाएगा। संभव है कि डॉ. पांडेय के छह माह सेवा विस्तार के लिए राज्य सरकार केंद्र से सिफारिश करे लेकिन, इसके आसार कम नजर आ रहे हैं। ऐसे में नए मुख्य सचिव की तैनाती करनी पड़ेगी। 31 मई से पहले कई कमिश्नर सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इन मंडलों में नए कमिश्नर की तैनाती होगी। देवीपाटन मंडल के कमिश्नर सुधेश कुमार ओझा 31 मार्च, सहारनपुर मंडल के कमिश्नर चंद्र प्रकाश त्रिपाठी 31 मई, मीरजापुर के कमिश्नर मुरली मनोहर लाल 28 परवरी, आजमगढ़ के कमिश्नर जगतराज 30 जून, झांसी की कमिश्नर कुमुदलता श्रीवास्तव 30 सितंबर, चित्रकूटधाम के कमिश्नर शरद कुमार सिंह 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। देवीपाटन, सहारनपुर व मीरजापुर में तो नए कमिश्नर तैनात होंगे ही पर जिनके कार्यकाल कम बचे हैं, वहां भी नई तैनाती हो सकती है।
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तीन वर्ष से अधिक समय से जमे एसडीएम, एडीएम की सूची तलब
31 जनवरी तक मतदाता सूची तैयार होने की वजह से आचार संहिता लगी है और चुनाव कार्य से जुड़े अफसरों का तबादला हो नहीं सकता है लेकिन, एक फरवरी से 28 फरवरी तक यह सिलसिला तेज होगा। प्रथम दृष्टया अवलोकन में एक जिले में तीन साल से किसी डीएम की तैनाती नहीं है लेकिन, कुछ जिलों में एसडीएम व एडीएम की तैनाती की बात पता चली है। विशेष सचिव नियुक्ति व कार्मिक संजय सिंह ने सभी जिलों के डीएम से इस संदर्भ में रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद तीन वर्ष से अधिक समय से जमे एसडीएम, एडीएम की तबादला सूची बनेगी।