साढ़े चार वर्ष में प्रदेश का चहुंमुखी विकास : प्रभारी मंत्री

जागरण संवाददाता मीरजापुर प्रदेश सरकार के साढे़ चार वर्ष पूरे होने पर वन पर्यावरण एव

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:04 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 06:37 PM (IST)
साढ़े चार वर्ष में प्रदेश का चहुंमुखी विकास : प्रभारी मंत्री
साढ़े चार वर्ष में प्रदेश का चहुंमुखी विकास : प्रभारी मंत्री

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रदेश सरकार के साढे़ चार वर्ष पूरे होने पर वन, पर्यावरण एवं जंतु-उद्यान विभाग मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने जनकल्याणकारी योजनाओं, उपलब्धियों व नीतियों विषयक फोल्डर एवं पत्रिका का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीते साढ़े चार वर्षों में प्रदेश सरकार द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों ने पूरे देश व दुनिया में उत्तर प्रदेश के प्रति नजरिए को बदला है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार के पूरे प्रशासनिक तंत्र, प्रत्येक स्वास्थकर्मी व कोरोना योद्धाओं की अथक मेहनत के साथ कोरोना प्रबंधन का माडल देश-दुनिया में सराहा जा रहा है। इस दौरान पर्यटक व वीआइपी के रूकने के लिये सर्किट हाउस बनाने का प्रस्ताव भी जिलाधिकारी से मांगा। वह आयुक्त कार्यालय के सभागार में रविवार को मीडिया से मुखातिब थे।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी भर्ती की प्रक्रिया के तहत बिना भेदभाव व योग्यता के आधार पर आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए साढ़े चार लाख युवाओं को नौकरी दी गई। गांव, गरीब, किसान, नौजवान व महिलाओं को योजना का लाभ देकर प्रदेश को सर्वांगीण विकास के पथ पर अग्रसर करना ही नए उत्तर प्रदेश की पहचान है। डीबीटी के माध्यम से विगत साढ़े चार वर्षों में सरकार ने पांच लाख करोड़ से अधिक की धनराशि प्रदेश के नौजवानों, गरीबों, महिलाओं व किसानों को दी है। बताया कि 128 करोड़ रुपये की लागत से विध्य कारिडोर परियोजना का शुभारंभ व 16.04 करोड़ की लागत से अष्टभुजा एवं काली खोह में रोप-वे के संचालन ने विध्य क्षेत्र के आध्यात्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन में असीम संभावनाओं द्वार खोल दिए हैं। 232 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय मेडिकल कालेज ने मेडिकल छात्रों को उनके भविष्य निर्माण के लिए सुनहरा अवसर स्थापित किया।

उन्होंने मड़िहान, पटेहरा व हलिया क्षेत्र के वन क्षेत्र में पाए जाने काले हिरन के संरक्षण के साथ ही प्रदेश के पर्यावरण एवं ईको टूरिज्म को बढ़ाने पर बल दिया। सोनभद्र के विश्व प्रसिद्ध सलखन जीवाश्म पार्क सहित मीरजापुर के प्राकृतिक एवं नैर्सिगक झरनों- विढम फाल, कुसेरा फाल, टांडा फाल, लखनिया दरी, सिद्धनाथ सहित अन्य फाल व झरनों को विकसित करने के निर्देश दिया ताकि पर्यटन की ²ष्टि से जनपद को नई पहचान मिल सकें। इस मौके पर जिलाध्यक्ष बृज भूषण सिंह, विधायक रत्नाकर मिश्र, अनुराग सिंह, शुचिस्मिता मौर्य, राहुल कोल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया आदि उपस्थित रहे।

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