स्वदेशी उत्पाद बढ़ाने पर जोर दे सरकार तो आत्मनिर्भर बनेगा भारत
लद्दाख की गलवान घाटी पर चीन के नापाक हरकत से आक्रोशित विध्यवासियों ने सरकार से चीन निर्मित सामनों के आयात पर रोक लगाने के साथ ही स्वदेशी उत्पाद बढ़ाने पर जोर देने की मांग की। कहा कि इससे भारतीय बाजार की कमाई बढ़ेगी और देश सशक्त बनेगा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : लद्दाख की गलवन घाटी पर चीन के नापाक हरकत से आक्रोशित विध्यवासियों ने सरकार से चीन निर्मित सामानों के आयात पर रोक लगाने के साथ ही स्वदेशी उत्पाद बढ़ाने पर जोर देने की मांग की। कहा कि इससे भारतीय बाजार की कमाई बढ़ेगी और देश सशक्त बनेगा।
कोरोना से बचाव के लिए लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी की मार झेल रहे दुकानदारों का चीनी सामानों से मोह भंग हो गया है। चीनी सामानों ने भारतीय बाजारों में तेजी से पांव पसार रखा है लेकिन अब दुकानदारों के साथ ही खरीदारों ने भी स्वदेशी सामान अपनाकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। मोबाइल, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रानिक, कास्मेटिक व आटो पार्ट्स के सामनों पर चाइना ने पूर्ण रूप से कब्जा कर रखा है। इसका कारण उनके सामानों का सस्ता होना है। भले ही वे टिकाऊ न हों। अगर यही उत्पाद अपने देश में ही सस्ते दर पर उपलब्ध हो तो भारतीय बाजार से चाइनीज सामान खुद-ब-खुद खत्म हो जाएंगे। कोरोना संकट के चलते इस समय मंदी का दौर चल रहा है लेकिन दुकानदार व ग्राहकों के बीच चीन के प्रति आक्रोश बरकरार है। नागरिकों का कहना है कि सरकार स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए विदेशी आयातों पर रोक लगाए, तभी भारत देश सशक्त व आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेगा। बोले नागरिक व व्यवसायी
- विदेशी कंपनियां मेडिसीन को लेकर काफी आगे हैं। भारत को अभी और तैयार होने की जरूरत है।
दिलीप गुप्ता
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- भारत को आर्थिक स्थिति मजबूत करने की जरूरत है। इसके लिए स्वदेशी उत्पाद बढ़ाने पर जोर देना आवश्यक है।
तारकेश्वर मिश्रा
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- चाइना का सामाना मंगाना बंद कर दिए हैं और ग्राहक भी अब चाइनीज सामान से दूर होते जा रहे हैं। सरकार को चाइना से आयात पर पूर्ण रूप से रोक लगाना चाहिए।
सुजीत कुमार यादव
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- भारतीय बाजार में चीन निर्मित सामनों ने पूरी तरह कब्जा कर रखा है। हमें कोई शौक नहीं है कि चीनी सामान बेचें। अगर यही सामान अपने देश में ही बने तो चीनी सामानों की कोई जरूरत ही नहीं होगी।
मनीष वर्मा
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- चीनी सामान सस्ता होने के कारण लोग अधिक उपयोग करते थे लेकिन अब लोग स्वदेशी उत्पाद की ओर रूख कर रहे हैं।
बृजेश कुमार ऊमर
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- चीनी सामानों का बहिष्कार देशहित में अत्यंत ही आवश्यक है। चीन के सामानों को खरीदना बंद कर हम उसके अर्थव्यवस्था पर चोट पहुंचाएंगे।
अंजनी कुमार
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- हमें बाजार की चकाचौंध से परहेज करने की आवश्यकता है। देश में देशी सामानों की कोई कमी नहीं है। इसके प्रयोग से ही यहां के सामानों को पहचान मिलेगी।
अनिल यादव
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- स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए विदेशी सामानों पर रोक लगाने की जरूरत है, तभी देश आर्थिक रूप से सशक्त बनेगा।
सुमित कुमार