फसल सूखी तो विभाग के खिलाफ कराएंगे मुकदमा

क्षेत्र के डेबरिया बंधी के सुलेश गेट का रबर सील खराब हो गया है। रबर न बदले जाने से किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त है। विभाग ने ठेकेदार नियुक्त कर गेट को निकलवाकर रबर सील बदलवाया कितु ठेकेदार और नियुक्त अधिकारी सुलेश गेट को विधिवत यथा स्थान नहीं किए। आपाधापी में ऊपर से ही डालकर चंपत हो लिये।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 08:52 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 11:44 PM (IST)
फसल सूखी तो विभाग के  खिलाफ कराएंगे मुकदमा
फसल सूखी तो विभाग के खिलाफ कराएंगे मुकदमा

जासं, पटेहरा (मीरजापुर) : क्षेत्र के डेबरिया बंधी के सुलेश गेट का रबर सील खराब हो गया है। रबर न बदले जाने से किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त है। विभाग ने ठेकेदार नियुक्त कर गेट को निकलवाकर रबर सील बदलवाया कितु ठेकेदार और नियुक्त अधिकारी सुलेश गेट को विधिवत यथा स्थान नहीं किए। आपाधापी में ऊपर से ही डालकर चंपत हो लिये। क्षेत्रीय किसान बांध से पानी निकलता देख सुलेश गेट को अंदर यथा स्थान करने का प्रयास किए कितु सफल नहीं हो पाए। यद्यपि जुगाड़ से पानी तो रोक दिए लेकिन तनिक भी पानी का बांध में दबाव बढ़ा तो जुगाड़युक्त गेट खुल जाएगा और बांध का पानी बह जाएगा। बांध से आश्रित किसानों की लहलहाती सैकड़ों बीघा फसल बगैर पानी के सूख सकती है। इससे किसानों में काफी आक्रोश है। किसानों ने तत्काल मरम्मत व सफाई कराने की मांग की। कहा कि लॉकडाउन के समय लेबर काम खोज रहे थे। जब बरसात आ गई, तब अधिकारी जगे और आनन-फानन में फोटो खींचवाकर काम तमाम कर लिये। जबकि समूची नहर घास फूस से पटी है। इस वर्ष फसल सूखी तो विभाग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उपज का मूल्य वसूलने के लिए दावा करेंगे। वर्जन

सुलेश गेट का रबर सील बदलवाया गया कितु बांध में पानी भर जाने से सही जगह पर नहीं लग सका। जुगाड़ कराया गया है। दूसरी ओर नहर खुली है। बंद होने पर मनरेगा से सफाई कराई जाएगी।

-अरविद कुमार चौहान, अवर अभियंता, सिरसी प्रखंड, मीरजापुर

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बांध और नहर के रख-रखाव की जिम्मेदारी सिरसी नहर प्रखंड की है लेकिन सुरक्षा के बजाय केवल कागज पर सारे काम तमाम कर दिए जाते हैं। इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। डेबरिया बांध का सुलेश गेट और माइनर को देखने से विभाग की कलई खुल जाएगी।

-नागा पटेल, किसान

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डेबरिया बांध की माइनर घास-फूस से पटी है। विभाग समय रहते चाहता तो मनरेगा से साफ करवा देता। सफाई कराने से मजदूरों को सही काम भी मिलता और नहर भी साफ हो जाता।

-पंचदेव पटेल, किसान

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इधर तीन वर्ष से बांध का पानी रिसाव से निकल जाता है। विभाग कहने पर भी नहीं देखता। उच्चाधिकारियों का ध्यान अपेक्षित है।

-राजेश पटेल, किसान

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अधिकारी बंधी का फोटो खींचवाकर काम तमाम कर लिये हैं। जबकि समूची नहर घास फूस से पटी है। इस वर्ष फसल सूखी तो विभाग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उपज का मूल्य वसूलने के लिए दावा करेंगे।

-बबलू पटेल, किसान

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