विध्याचल धाम में भी लगा हर-हर महादेव का जयकारा
मां विध्यवासिनी धाम में जहां भक्त मां के दर्शन पूजन में लगे रहे वहीं मेघराज भी खुशी-खुशी सभी शिवालयों और मंदिरों को बरसात के जल से धोते नजर आए। इस बार सावन में बाबा भोलनाथ के भक्त कांवरिया के गणवेश में बोल बम की जय जयकार नहीं लगा पाएं तो भी वे मंदिरों में दर्शन को पहुंचे।
जासं, विध्याचल (मीरजापुर) : मां विध्यवासिनी धाम में जहां भक्त मां के दर्शन पूजन में लगे रहे वहीं मेघराज भी खुशी-खुशी सभी शिवालयों और मंदिरों को बरसात के जल से धोते नजर आए। इस बार सावन में बाबा भोलनाथ के भक्त कांवरिया के गणवेश में बोल बम की जय जयकार नहीं लगा पाएं तो भी वे मंदिरों में दर्शन को पहुंचे। मां का मंदिर सोमवार को खुला होने की वजह से वहीं पर माथा टेककर हर-हर महादेव का जयकारा भक्तों ने लगाया। विभिन्न शिवालयों पर भी स्थानीय भक्त जल चढ़ाते देखे गए। सावन के प्रथम दिन मेघराज मस्त होकर बरसते रहे और स्थानीय भक्त इसी बारिश की बूंदों में गाते बजाते शिवालयों में हाजिरी लगाते रहे। इस सावन में बाबा के भक्तों को कोरोना महामारी की वजह से उनके स्वास्थ्य और देश की हित के लिए कांवर न उठाने के लिए फरमान जारी किया गया है। भक्त भी अपने आस्था को सब कुछ मानते हुए बाबा के दरबार में भीड़ भाड़ से बचते हुए जल चढ़ाते हुए शिवालयों में देखे गए।