ग्राम पंचायत अधिकारी की गला दबाकर हुई थी हत्या

सीखड़ ब्लाक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी संतोष सोनकर ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह उजागर हुई है। हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सीओ चुनार सुशील यादव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच कछवां पुलिस व सर्विलांस सहित कुल तीन टीमें गठित की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:13 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:13 PM (IST)
ग्राम पंचायत अधिकारी की गला दबाकर हुई थी हत्या
ग्राम पंचायत अधिकारी की गला दबाकर हुई थी हत्या

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सीखड़ ब्लाक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी संतोष सोनकर ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी गला दबाकर हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह उजागर हुई है। हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सीओ चुनार सुशील यादव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच, कछवां पुलिस व सर्विलांस सहित कुल तीन टीमें गठित की है।

अहरौरा थाना क्षेत्र के सहुआइन गोला निवासी संतोष सोनकर की गला दबाकर हत्या किए जाने की खबर लगते ही हड़कंप मच गया। कर्मचारियों का कहना है कि उनका किसी से विवाद नहीं था। बताया कि ग्राम पंचायत अधिकारी के साथ बीते गुरुवार को कुछ लोग आए थे, जो उनको सीखड़ ब्लाक के सरकारी आवास तक ले गए। उन्हीं लोगों द्वारा हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। वर्जन--

ग्राम पंचायत अधिकारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की बात सामने आई है। मामले की जांच की जा रही है।

- डा. पीडी गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी। सौम्य स्वभाव के थे संतोष

ब्लाक परिसर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर लटकते मिले ग्राम पंचायत अधिकारी संतोष कुमार सोनकर बहुत शांत स्वभाव के थे। लोगों से बड़ी शालीनता से बात करते थे। उनके पास ग्राम पंचायत मेड़िया व विट्ठलपुर का प्रभार था। संतोष अपनी पत्नी ज्योति, पुत्र शुभम व दो पुत्रियों सौम्या तथा सान्या (13) के साथ वाराणसी के अमरा क्षेत्र में किराए के मकान में रहते थे। वहां से प्रतिदिन सीखड़ ब्लाक आते-जाते थे। जिस कमरे में संतोष का शव पाया गया, उसमें दो दरवाजे थे। कमरे के सामने उनकी बाइक खड़ी थी और हेलमेट उसी में टंगा पाया गया। कमरे के सामने वाले गेट में ताला लटक रहा था।

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