कोविड मरीजों की सुविधा के लिए सरकार कटिबद्ध : योगी

जागरण संवाददाता मीरजापुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 10:30 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 12:30 AM (IST)
कोविड मरीजों की सुविधा के लिए सरकार कटिबद्ध : योगी
कोविड मरीजों की सुविधा के लिए सरकार कटिबद्ध : योगी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए बुधवार को मंडलीय चिकित्सालय के परिसर स्थित ट्रामा सेंटर भवन व उसके भवन में खुले 50 बेड के एल-टू चिकित्सालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मरीजों को हर संभव चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार कटिबद्ध है। इसके लिए एल वन, टू और थ्री स्तर के चिकित्सालय खोले जा रहे हैं। ट्रामा सेंटर के भवन का हैंडओवर होना एक बड़ा कदम है। इसी क्रम में मीरजापुर में भी 50 बेड का एल-टू चिकित्सालय खोला गया जिससे मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके। इसमें एल टू के साथ दस बेड के वेल्टीनेटर की भी सुविधा हैं। अगर मरीज की हालत गंभीर होती हैं तो उसे वेल्टिनेटर पर रखा जा सकता है। जहा तक एल थ्री की सुविधा की बात हैं तो प्रयागराज व बीएचयू में यह सुविधा उपलब्ध है। इसके खुलने से यहां के मरीजों को बेहतर सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय प्रदेश में प्रतिदिन डेढ़ लाख सैंपल की जांच की जा रही है। इसमें 50 हजार आरटीसीआर, 30 हजार ट्रू-नाट तथा 80 हजार अन्य मशीनों से जांच हो रही है। 30 सितंबर को प्रदेशभर में एक करोड़ सैंपल की जांच पूरी कर ली गई। कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत में पाजिटिव मरीजों की अपेक्षा ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है। मृत्यु दर में भी कमी आई है। 75 जनपदों में जांच और इलाज की सुविधा पर्याप्त मात्रा में है। कोविड 19 का उपचार का सबसे अच्छा तरीका सतर्कता व बचाव है। लोग सावधानी बरतें तो शारीरिक दूरी का पालन करे। मुख्यमंत्री ने मरीजों के मिलने पर उन्हें तत्काल चिकित्सालय पहुंचाने और जांच की प्रकिया तेज करने का निर्देश दिया। कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1.4 प्रतिशत है जिसे कम करके एक प्रतिशत पर लाना है। इसके लिए प्रयास जारी है। इस समय पाजिटिव से निगेटिव होने वाले मरीजों की संख्या 85.34 प्रतिशत है जिसे 90 प्रतिशत तक लाना है। मरीजों का इलाज कर उन्हें स्वस्थ करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। इस मौके पर उर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल, विधायक रत्नाकर मिश्रा, मंडलायुक्त प्रीति शुक्ला, डीएम सुशील पटेल सहायक सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय मौजूद रहे। ट्रामा सेंटर का भवन स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर

जिलाधिकारी सुशील पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ट्रामा सेंटर का शुभारंभ करने के बाद भवन को स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर दिया गया। भवन को एक करोड़ 87 लाख छह हजार रुपये की लागत से बनाया गया है। जनपद में चार अप्रैल को कोरोना का पहला मरीज पाया गया था। अबतक कुल 2457 पाजिटिव मरीज पाए जा चुके हैं। जिसमें 2146 लोग ठीक हो चुके हैं। नगर विधायक ने एल टू चिकित्सालय का का काटा फीता

जागरण संवाददाता, मीरजापुर: मंडलीय चिकित्सालय परिसर स्थित ट्रामा सेंटर के खुले 50 बेड के एल टू चिकित्सालय का नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा हैं कि वे प्रदेश की जनता के लिए हर संभव सहायता प्रदान करे। कोविड से जूझ रहे जनता को बेहतर से बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिले। इसी के तहत आज इस चिकित्सालय का शुभारंभ किया गया है। जिससे कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद एल टू की स्थिति में पहुंचने पर उनको यहां भर्ती कर इलाज किया जा सके।

उन्होंने बताया कि मार्च से अबतक एल टू में 126 संक्रमित भर्ती किए गए थे। इसमें 111 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। यह भी कहा कि दो मरीज राजेश्वर यादव व राजकुमारी की की हालत काफी गंभीर हो गई थी। वे एल थ्री के स्टेज में पहुंच गए थे। आक्सीजन लेवल नीचे पहुंच गया था। चिकित्सक उनको यहां रखने के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन उन लोगों ने कहा कि उनको जनपद के चिकित्सकों पर भरोसा हैं। वे इलाज करे। हम सब ठीक हो जाएगा। उनके हौसले को देखते हुए चिकित्सकों ने उनका इलाज किया और वे ठीक हो गए। प्रभारी सीएमओ आरएस राम ने बताया कि एल टू के मरीजों को हर संभव सुविधा पहुंचाने के लिए यहां पर्याप्त मशीन है। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल, मझवां विधायक सुचि स्मिता मौर्या, भाजपा जिलाध्यक्ष बृजभूषण सिंह, एडीएम यूपी सिंह, डिप्टी सीएमओ नीलेश श्रीवास्तव, एसआईसी आलोक कुमार आदि लोग मौजूद रहे। एल टू चिकित्सालय में क्या-क्या है सुविधा

सात जुलाई को एल टू चिकित्सालय ट्रामा सेंटर में 40 बेड का खोला गया था। तभी से इसमें मरीजों का इलाज चल रहा है। वर्तमान समय में इसमें 18 बेड वेल्टीनेटर कर दिया गया। पांच बेड एचएफएनसी, 27 आइसोलेशन बेड, 23 आईसीयू बेड है। पांच बेड एचएफएनसी बेड हैं उसमें एक मरीज को 60 से 80 लीटर आक्सीजन एक साथ दिया जाता सकता है। इससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत नहीं आएगी।

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