दो दिनों में दो मीटर बढ़ा गंगा जलस्तर, प्रशासन सर्तक

पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा का जलस्तर दो दिनों के अंदर दो मीटर बढ़ गया। चार सेंटीमीटर की प्रतिघंटे की दर से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने गंगा किनारे रहने वाले लोगों को एलर्ट कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:28 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:28 PM (IST)
दो दिनों में दो मीटर बढ़ा गंगा जलस्तर, प्रशासन सर्तक
दो दिनों में दो मीटर बढ़ा गंगा जलस्तर, प्रशासन सर्तक

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते गंगा का जलस्तर दो दिनों के अंदर दो मीटर बढ़ गया। चार सेंटीमीटर की प्रतिघंटे की दर से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने गंगा किनारे रहने वाले लोगों को एलर्ट कर दिया है।

पिछले दो-तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश का असर गंगा में बढ़ते जलस्तर के रूप में दिखाई देने लगा है। मैदानी इलाके साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में भी लगातार मूसलाधार बारिश होने के बाद गंगा की सहायक नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया और नदी-नाले उफना गए हैं। प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश में हुए मूशलाधार बारिश के चलते बाधों में पानी बढ़ने लगे है। इसके चलते बाधों से पानी छोड़ा जाने लगा है। झांसी के बैराज बांध से पानी छोड़ने के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा। 29 जुलाई को गंगा का जलस्तर 66.870 रहा जो 30 जुलाई को बढ़कर 68.480 हो गया। तेजी से बढ़ रहे पानी को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरने के निर्देश दे दिए हैं।

बालूघाट स्थित विष्णुघाट की कई सीढि़यां गंगा के पानी में डूबी

चुनार (मीरजापुर) : बालूघाट स्थित विष्णुघाट की कई सीढि़यां शुक्रवार को गंगा के पानी में डूबी हुई थीं। लोगों का कहना है बारिश के कारण पिछले 48 घंटे में गंगा का जलस्तर करीब चार से पांच फीट बढ़ गया।गंगा में जलस्तर वृद्धि का यही क्रम रहा तो आने वाले दिनों में गंगा के तटवर्ती गांवों में समस्या उत्पन्न हो सकती है। हालांकि अभी जलस्तर की वृद्धि चिता का विषय नहीं है, लेकिन इसी प्रकार पानी का बढ़ाव होता रहा तो तटवर्ती गांवों के बाशिदों की समस्या में इजाफा हो सकता है। वहीं गंगा आरती स्थल पर भी गंगा का जलस्तर बढ़ गया। गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोत्तरी और उत्तराखंड में हो रही बरसात के चलते क्षेत्र में गंगा किनारे बसे गांवों के लोगों के चेहरों पर चिता की लकीरें है। इस संबंध में तहसीलदार अरुण कुमार गिरी ने बताया कि यदि बाढ़ की स्थिति बनती है तो तहसील प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी हैं।

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