शिवपुर गांव में गंगा कटान रोकने के लिए 5.50 करोड़ की परियोजना

कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच ढाब क्षेत्र के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है। पिछले दो दशकों से गंगा की कटान के दंश को झेल रहे चुनार तहसील क्षेत्र के शिवपुर गांव के समेत ढाब के 12 गांवों के अस्तित्व को बचाने के लिए 05 करोड़ 46 लाख रुपये की लागत से होने वाले जियो बैग पिचिग और परक्यूपाइन स्टड निर्माण कार्य की शुरूआत विधायक अनुराग सिंह ने नारियल फोड़ कर की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 May 2020 05:47 PM (IST) Updated:Sat, 23 May 2020 08:48 PM (IST)
शिवपुर गांव में गंगा कटान रोकने  के लिए 5.50 करोड़ की परियोजना
शिवपुर गांव में गंगा कटान रोकने के लिए 5.50 करोड़ की परियोजना

जासं, चुनार (मीरजापुर) : कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच ढाब क्षेत्र के लोगों के लिए एक राहत भरी खबर है। पिछले दो दशकों से गंगा की कटान के दंश को झेल रहे चुनार तहसील क्षेत्र के शिवपुर गांव के समेत ढाब के 12 गांवों के अस्तित्व को बचाने के लिए 05 करोड़ 46 लाख रुपये की लागत से होने वाले जियो बैग पिचिग और परक्यूपाइन स्टड निर्माण कार्य की शुरूआत विधायक अनुराग सिंह ने नारियल फोड़ कर की। उन्होंने कहा कि शिवपुर गांव चुनार के ढाब क्षेत्र का तटवर्ती गांव है और एक हजार दो सौ बीघे वाले इस गांव का रकबा गंगा की कटान के चलते मात्र चार सौ बीघा ही बचा है। कटान को रोकने के लिए ठोकर निर्माण का काम शुरू होने से शिवपुर समेत ढाब के तटवर्ती गांवों के निवासियों के चेहरों पर खुशियां छा गई हैं।

नब्बे के दशक में भाजपा सरकार में पूर्व सिचाई मंत्री ओमप्रकाश सिंह द्वारा उस समय बोल्डर पिचिग का काम कराया गया था। विधायक अनुराग सिंह के भगीरथ प्रयास से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए इसके लिए बजट जारी कर दिया और यहां काम भी शुरू हो गया। विधायक ने कहा कि कार्यदाई संस्था सिचाई खंड चुनार को एक महीने में काम पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। ताकि बारिश शुरू होने के पूर्व ही काम संपन्न हो सके। मौके पर मौजूद सिचाई खंड चुनार के एक्सईएन प्रदीप सिंह पटेल ने बताया कि नाबार्ड द्वारा प्रोजेक्ट के लिए अस्सी लाख रुपया प्रथम किश्त के रूप में अवमुक्त किया जा चुका है। कटान को रोकने के लिए जियो बैग पिचिग और पा‌र्क्यूपाइन स्टड तकनीक से 485 मीटर काम काम कराया जाना है। इसमें आरसीसी के 6 बीम का एक सेट स्ट्रक्चर बनाकर उसमें झाखड़ भरने का काम कराया जाएगा। ताकि बाढ़ के दौरान आने वाली रेत को यहीं पर रोका जा सके जिससे सिल्ट जमा होगी और कटान रुकेगी। इस दौरान काशी प्रांत उपाध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल, उदय सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, गजेंद्र नारायण सिंह आदि मौजूद थे। -अस्सी कमरे की हवेली लील गई गंगा की कटान

गांव के पूर्व प्रधान दिलीप सिंह ने बताया कि गांव में गंगा किनारे स्थित गांव के पुराने जमींदार जगदीश सिंह की अस्सी कमरों की हवेली, राधा-कृष्ण का प्राचीन मंदिर समेत दर्जनों मकान और करीब आठ सौ बीघा जमीन गंगा की कटान लील गई। जिसके बाद दर्जनों परिवारों को गांव छोड़ना पड़ा। पूर्व प्रधान इस कटान की समस्या को लेकर हर सरकार में लगातार प्रयास करते रहे लेकिन सफलता भाजपा सरकार में मिली। गांव के रामसमुझ सिंह, चेखुरी यादव, विद्याशंकर सिंह, सच्चन यादव, अरविद सिंह, कामेश्वर सिंह आदि ने विधायक के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यदि समस्या का समाधान नहीं होता तो क्षेत्र के 12 गांवों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा था।

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