बेसहारा पशुओं से किसानों की फसल हो रही चौपट

जागरण संवाददाता बरौंधा (मीरजापुर) प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद बरौंधा बाजार

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 09:31 PM (IST) Updated:Sun, 13 Sep 2020 05:02 AM (IST)
बेसहारा पशुओं से किसानों की फसल हो रही चौपट
बेसहारा पशुओं से किसानों की फसल हो रही चौपट

जागरण संवाददाता, बरौंधा (मीरजापुर) : प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद बरौंधा बाजार व उसके इर्द-गिर्द बेसहारा पशुओं पर किसी भी तरह का अंकुश नहीं लग पा रहा है। सैकड़ों की तादाद में झुंड के झुंड घूमने वाले बेसहारा पशु किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेर दे रहे हैं। बरौंधा व उसके आसपास जहां दुर्लभ फसलें उगाई जाती थीं। आज प्लाट के प्लाट जमीन परती पड़ी हुई है और लोग दाने-दाने को मोहताज होते जा रहे हैं। पशुओं का आतंक इस कदर बढ़ा हुआ है कि खेती तो नष्ट हो ही रही है घरों के हातों और बाउंड्री में लगी साग सब्जियों तथा फूल पत्तियों को भी चट कर जा रहे हैं।

बरौंधा बाजार बेलन पुल और राष्ट्रीय राजमार्ग पर आशियाना बना चुके बेसहारा पशु कब घूमकर किस दिशा में चले जाएंगे। इस बात का खौफ हर समय किसानों को लगा रहता है। दिन रात खून पसीना बहा कर खेती करने वाले किसानों की पशुओं के चलते नींद हराम हो गई है। अपनी फसल बचाने के लिए किसानों को रतजगा करना पड़ रहा है। योगी सरकार द्वारा ग्राम पंचायत से लेकर न्याय पंचायत स्तर पर अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल बनाकर उन्हें संरक्षित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही शासन द्वारा अच्छी खासी रकम भी अवमुक्त की गई किन्तु बरौंधा क्षेत्र के किसानों के लिए सरकार का यह निर्देश रात का स्वप्न जैसा प्रतीत हो रहा है।

किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश उर्फ बबलू मिश्र ने बताया कि

तहसील स्तर पर आयोजित होने वाले तहसील दिवस एवं अन्य दिवसों में जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया।

बरौंधा के बगल मटिखना गांव में दो बीघा चारागाह और दो बीघा गड्ढा के नाम पर माल कागजात में आरक्षित भूमि उपलब्ध है। इसी भूमि पर जिलाधिकारी द्वारा गोवंश आश्रय स्थल बनाने का आदेश भी दिया गया था किन्तु बीडीओ हलिया द्वारा प्रकरण की अनदेखी कर दिए जाने से स्थित बद से बदतर होती जा रही है।

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