सुहागिनों ने किया चांद का दीदार, मांगी सजना की सलामती की दुआ

सुहागिनों के पर्व करवा चौथ की रात चंद्रोदय होने पर व्रती महिलाओं के चेहरे खुशी से चमक उठे। सुहागिनों ने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। दिन में चौथ माता की कहानी सुनी और सूर्य को जल अर्पण कर पूजा-अर्चना की। वहीं रात को घर की छत से उदित चंद्रमा को चलनी की ओट से निहारने के बाद मिट्टी के करवा से अ‌र्घ्य प्रदान कर पति के दीर्घायु होने की कामना की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 09:37 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 09:37 PM (IST)
सुहागिनों ने किया चांद का दीदार, मांगी सजना की सलामती की दुआ
सुहागिनों ने किया चांद का दीदार, मांगी सजना की सलामती की दुआ

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सुहागिनों के पर्व करवा चौथ की रात चंद्रोदय होने पर व्रती महिलाओं के चेहरे खुशी से चमक उठे। सुहागिनों ने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा। दिन में चौथ माता की कहानी सुनी और सूर्य को जल अर्पण कर पूजा-अर्चना की। वहीं रात को घर की छत से उदित चंद्रमा को चलनी की ओट से निहारने के बाद मिट्टी के करवा से अ‌र्घ्य प्रदान कर पति के दीर्घायु होने की कामना की। इस दौरान महिलाएं नए परिधानों व आभूषणों में सजी नजर आईं।

करवा चौथ व्रत के साथ तमाम धार्मिक मान्याताएं तो जुड़ी ही हैं। इसके अलावा यह पति-पत्नी के अटूट बंधन का प्रतीक भी है। सभी सुहागिनें इस इंतजार में थीं कि कब आकाश में चांद की छटा दिखे और वह अपने प्रियतम के हाथ से पानी और खाने का पहला निवाला खाकर अपना व्रत पूर्ण करें। चांद दिखा तो महिलाओं के चेहरे चमक उठे। करवाचौथ व्रत को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह दिखा। आखिर ये मौका एक बार फिर दुल्हन की तरह श्रृंगार करके अपने पति के प्रति अपनी निष्ठा और प्रेम दिखाने का जो है। वैसे महिलाओं का श्रृंगार देख चांद को भी हैरानी हुई कि धरती पर उसके जैसे लाखों चांद पूरे लावण्य के साथ कैसे खिल रहे हैं।

आसमान में चांद दिखने के बाद महिलाओं ने छन्नी से चांद को देखा और इसके बाद अपने पति का चेहरा निहारा। पतियों ने पत्नियों को पानी पिलाकर उनका व्रत खोला। अमूमन विवाहित महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखती हैं, लेकिन कुछ कुंवारी युवतियां भी अच्छे पति की मनोकामना के साथ व्रत रखी। इस खुशी के मौके पर महिलाएं घर में कई तरह के पकवान भी बनाईं। करवाचौथ वाले दिन शाम ढलते ही बाजारों में दुकानों के शटर गिरने शुरू हो गए। अन्य दिनों की बजाय बाजार करीब एक घंटा पहले ही बढ़ता नजर आया। सभी को अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने की जल्दबाजी थी। गजरा ने महकाई करवा चौथ

करवा चौथ पर मोबाइल का सबसे अधिक क्रेज रहा। गिफ्ट के तौर पर सुहागिनों के बीच स्मार्टफोन को लेकर चर्चाएं रहीं। अधिकतर ने समयाभाव के चलते आनलाइन खरीदारी के लिए इंटरनेट पर ही पसंद करने की छूट दे रखी थी। कुछ ने उपहार के रूप में अपने साथी को ही नजदीक रहने की इच्छा जाहिर की। हालांकि इस दिन फूलों के गजरों का प्रचलन भी अधिक रहा। इंटरनेट माध्यम से दर्शाई नजदीकियां

हाल-फिलहाल में वैवाहिक बंधन में बंधे जोड़ों में करवा चौथ का बेसब्री से इंतजार होते देखा गया। नव विवाहिता यानी घर का चांद अपने चांद से मिलने के लिए छतों पर बेकरार इधर से उधर चक्कर लगाती देखी गई। इंटरनेट मीडिया पर रविवार को करवाचौथ ही छाई रही। विवाहित जोड़ों ने दूर रहकर भी इंटरनेट माध्यम से नजदीकियां दर्शाई। अपने दिल की हर बात दूर रहकर भी जीवनसाथी से साझा किया। नवविवाहित जोड़ों ने जोश के साथ गीत-संगीत का जमकर लुत्फ उठाया। एक-दूसरे को उपहार देने का दौर भी चलता रहा। चुनार : एक चांद आसमान में रोशन था और दूसरा चेहरे पर मुस्कान समेटे सामने खड़ा था। अवसर था करवा चौथ का। सुहागिनों के हाथा में थी पूजा की सजी हुई थाली। पूरे दिन निर्जला व्रत रखने के बाद आसमान में चांद का दीदार कर सजना की लंबी आयु के लिए प्रार्थना की और व्रत खोला। पतियों ने भी अर्धागिनियों को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया। सोलह श्रृंगार किए सुहागिनों के चेहरे पति का दीदार करने के बाद उल्लास से चमक रहे थे। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण पति भी घर पर ही थे। महिलाएं छत पर बच्चों को भेजकर चांद निकलने की जानकारी पल-पल लेती रहीं। पति के प्रेम के आगे न भूख, न प्यास का डर था। साजन की लंबी उम्र के लिए पूजा-पाठ में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती थीं। पूजन के लिए तरह-तरह के व्यंजन भी तैयार किए। करवा चौथ की कथा सुनी और करवा की अदला-बदली कर पति की लंबी उम्र की कामना की। महिलाओं ने चतुर्थी के चांद का दर्शन करने के बाद पतियों की छवि चलनी में देखी। पतियों ने भी पानी पिलाकर व्रत खुलवाया।

chat bot
आपका साथी