पोस्टमार्टम हाउस में भिड़े कर्मचारी
नगर का पोस्टमार्टम हाउस उस वक्त जंग का अखाड़ा बन गया जब वहां तैनात एक नियमित व दो संविदा कर्मचारी के बीच मजाक मजाक में मारपीट होने लगी। गाली गलौज से शुरू हुआ मामला लाठी डंडा व पथराव तक पहुंच गया। इससे वहां अफरा तफरी मच गई।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : नगर का पोस्टमार्टम हाउस उस वक्त जंग का अखाड़ा बन गया जब वहां तैनात एक नियमित व दो संविदा कर्मचारी के बीच मजाक मजाक में मारपीट होने लगी। गाली गलौज से शुरू हुआ मामला लाठी डंडा व पथराव तक पहुंच गया। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। घटना से नाराज संविदा कर्मी सरजू और उसके बेटे प्रेम ने काम करने से इन्कार कर दिया। सीएमओ डा. ओपी तिवारी ने ने एक कर्मचारी को भेजकर नाराज संविदा कर्मियों को समझा बुझाकर शांत कराते हुए काम करने के लिए तैयार कर लिया तब शवों का पोस्टमार्टम हो सका।
पोस्टमार्टम हाउस में तैनात एक वार्ड व्याय व स्वीपर के पद प तैनात सरजू निवासी कांशीराम आवास शहर कोतवाली के बीच काफी दिनों से मजाक होता चला आ रहा था। गुरुवार को लालगंज, विध्याचल व कछवां में हुई घटना के दौरान मृत हुए युवकों का शव पोस्टमार्टम के लिए आया हुआ था। शव पोस्टमार्टम के लिए खोला गया था। तभी दोनों के बीच एक बार फिर मजाक शुरू हो गया। इसी बीच कोई बात सरजू को बुरी लग गई। सरजू के पुत्र प्रेम ने बीच बचाव करने का प्रयास किया तो उससे भी विवाद हो गया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच मारपीट होने लगी। देखते ही देखते पथराव होने लगा। सूचना पर सीएमओ आफिस के कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंचे और समझा बुझाकर मामला शांत कराया।