रासायनिक जैवनाशियों पर निर्भरता घटाकर आय संवर्धन पर बल

जागरण संवाददाता मीरजापुर कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण-एपीडा की

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:49 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:49 PM (IST)
रासायनिक जैवनाशियों पर निर्भरता घटाकर आय संवर्धन पर बल
रासायनिक जैवनाशियों पर निर्भरता घटाकर आय संवर्धन पर बल

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण-एपीडा की ओर से काशी हिदू विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान केंद्र बरकछां परिसर में बुधवार को कृषक उत्पादक संगठनों को और सशक्त बनाने पर विमर्श का दौर चला, जहां रासायनिक जैवनाशियों पर निर्भरता घटाकर आय संवर्धन पर बल दिया गया।

कृषक उत्पादक संगठनों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों एवं संचालक मंडल के सदस्यों के सशक्तिकरण व क्षमता संवर्धन पर आयोजित कार्यक्रम में नए विचार प्रस्फुटित हुए। केंद्र अध्यक्ष प्रो. श्रीराम सिंह ने कृषक उत्पादक संगठनों के विकास के लिए उनके क्षमता संवर्धन की आवश्यकता को रेखांकित किया। कृषि उत्पादों के विपणन में आने वाली प्रमुख समस्याओं को चिन्हित करते हुए पशुपालन वैज्ञानिक प्रो. गुरुप्रसाद सिंह ने कृषक उत्पादक संगठनों की भूमिका को कारगर बनाने पर जोर दिया।

वैज्ञानिक प्रो. संत प्रसाद ने फसल उत्पादन से अधिकतम लाभ अर्जित करने की तकनीकी पर चर्चा की। फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डा. जयपी राय ने फसलों में लगने वाले रोगों और कीटों के समुचित व समेकित प्रबंधन से रासायनिक जैवनाशियों पर किसानों की निर्भरता घटाकर गुणवत्तापूर्ण उत्पादन पर विशेष बल दिया। कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिक डा. एसके गोयल ने खेती में श्रम की घटती उपलब्धता के ²ष्टिगत कृषि यंत्रों पर सब्सिडी की उपलब्धता प्रदान किए जाने की बात कही।

उप कृषि निदेशक डा. अशोक उपाध्याय ने कृषिगत आय में वृद्धि की संभावनाओं पर व्याख्यान दिया। इफको से आए डा. जीपी तिवारी ने कृषि उत्पादन व कृषि निवेशों की उपलब्धता में इफको की भूमिका पर चर्चा की। एपीडा वाराणसी के फील्ड आफिसर आनंद प्रकाश ने निर्यात व प्रसंस्करण के माध्यम से कृषक उत्पादक संगठनों की आय में वृद्धि के लिए गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों के उत्पादन की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम का संचालन मृदा वैज्ञानिक डा. एसएन सिंह व धन्यवाद ज्ञापन प्रो. गुरुप्रसाद सिंह ने किया।

कार्यक्रम में कृषि अधिकारी पवन प्रजापति, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, शिव प्रकाश मिश्र, डा.आरएस सिंह, पंकज कुमार, पंकज सिंह, विजय कुमार, राजेश कुमार, हरेंद्र कुमार आदि की भागीदारी रही।

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